महाराष्ट्र सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट संग ₹4131 करोड़ के विवाद में Castrol India की जीत, क्या है मामला; नए हफ्ते में शेयर पर रहेगी नजर – castrol india ltd wins a long standing tax dispute with maharashtra sales tax department involving rs 4131 crore share may rise next week should you buy

ल्यूब मेकर कैस्ट्रॉल इंडिया लिमिटेड ने महाराष्ट्र सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट (MSTD) के साथ एक लंबे समय से चले आ रहे टैक्स विवाद में जीत हासिल की है। विवाद, महाराष्ट्र वैल्यू एडेड टैक्स (MVAT) व्यवस्था के तहत ₹4,131 करोड़ रुपये के डिमांड ऑर्डर्स से जुड़ा हुआ था। कंपनी को कस्टम्स, एक्साइज एंड सर्विस टैक्स अपीलेट ट्राइब्यूनल (CESTAT) से इस मामले में उसके हक में आदेश हासिल हुआ है।

कैस्ट्रॉल इंडिया ने शेयर बाजारों को इस बारे में जानकारी दी है। मामला 2007-08 से लेकर 2017-18 तक की अवधि से जुड़ा है। महाराष्ट्र सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट ने आरोप लगाया था कि इस अवधि में कंपनी द्वारा महाराष्ट्र के प्लांट्स या वेयरहाउसेज से अन्य राज्यों में क्लियरिंग एंड फॉरवर्डिंग एजेंटों (CFAs) को माल की आवाजाही, पहले से मौजूद कस्टमर ऑर्डर्स के आधार पर अंतर-राज्यीय बिक्री थी। इस बेसिस पर कंपनी से 4131 करोड़ रुपये के टैक्स की डिमांड की गई।

कैस्ट्रॉल इंडिया ने इस दावे का विरोध करते हुए कहा कि माल किसी पहले से मिल चुके ऑर्डर के तहत नहीं भेजा गया था और उसकी टैक्स मेथोडोलॉजी कानूनी मानदंडों का पालन करती है।

MVAT ट्राइब्यूनल ने भी कैस्ट्रोल इंडिया के हक में दिया था फैसला

कैस्ट्रोल इंडिया को विवाद वाले सभी 10 वर्षों के लिए MVAT ट्राइब्यूनल से पहले ही अनुकूल आदेश मिल चुके थे। लेकिन फिर भी MSTD ने 2016-17 को छोड़कर, बाकी के 9 वर्षों के लिए CESTAT में अपील डाली। हालांकि MSTD ने MVAT ट्राइब्यूनल के आदेश को चुनौती नहीं दी। अब ​​11 जुलाई, 2025 को CESTAT ने इस मामले में कैस्ट्रॉल इंडिया के पक्ष में फैसला सुनाया है।

Castrol India शेयर हल्की गिरावट के साथ बंद

Castrol India Ltd का शेयर 11 जुलाई को BSE पर 0.41 प्रतिशत की गिरावट के साथ 220 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी का मार्केट कैप 21700 करोड़ रुपये से ज्यादा है। शेयर एक साल पहले के भाव से लगभग 12 प्रतिशत नीचे और 6 महीने पहले के भाव से 15 प्रतिशत तेजी पर ट्रेड कर रहा है। 3 महीनों में कीमत 10 प्रतिशत उछली है। कंपनी में मार्च 2025 के आखिर तक प्रमोटर्स के पास 51 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। मई महीने के आखिर में मोतीलाल ओसवाल ने शेयर के लिए ‘बाय’ रेटिंग के साथ 250 रुपये प्रति शेयर का टारगेट प्राइस दिया था।

जनवरी-मार्च 2025 तिमाही में कैस्ट्रॉल इंडिया का स्टैंडअलोन रेवेन्यू 1,422 करोड़ रुपये रहा। इस बीच शुद्ध मुनाफा 233.46 करोड़ रुपये और अर्निंग्स प्रति शेयर 2.36 करोड़ रुपये रही। वित्त वर्ष 2025 में कंपनी का रेवेन्यू 5,364.85 करोड़ रुपये, शुद्ध मुनाफा 927.23 करोड़ रुपये और अर्निंग्स प्रति शेयर 9.37 करोड़ रुपये दर्ज की गई।

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