Sawan Upay: सावन (Sawan) में भगवान शिव को गाय के दूध, शहद, काले तिल और गुड़ से अभिषेक करना संतान और धन प्राप्ति के लिए अत्यंत फलदायक माना गया है. शिव पुराण, स्कंद पुराण और लिंग पुराण में वर्णित अभिषेक विधियां विशेष रूप से संतान सुख और आर्थिक समृद्धि देने वाली मानी गई हैं. यदि सावन सोमवार को यह अभिषेक विधि, मंत्रों के साथ की जाए, तो भोलेनाथ शीघ्र प्रसन्न होते हैं.
क्या आप संतान की कामना रखते हैं? सावन में इन 3 चीजों से करें शिव का अभिषेक और देखिए चमत्कार!
संतान प्राप्ति की कामना करने वाले दंपत्तियों के लिए सावन का महीना किसी वरदान से कम नहीं. अगर वर्षों से संतान नहीं हो रही है, गर्भधारण में समस्या है या बार-बार गर्भपात हो रहा है, तो सावन में शिवलिंग पर इन तीन वस्तुओं से अभिषेक करें:
1. गोदुग्ध (गाय का शुद्ध दूध)
- शास्त्र प्रमाण: गवां दत्तं पयः शुद्धं पुत्रदं सर्वसंपदाम्. (शिव पुराण)
- विधि: सोमवार प्रातः स्नान करके शिवलिंग पर गोदुग्ध चढ़ाएं.
- मंत्र: ॐ नमः शिवाय, 108 बार
2. शुद्ध शहद
- शहद से शिव का अभिषेक करने पर गर्भाशय की समस्याएं दूर होती हैं और स्वास्थ्यवर्धक संतान की प्राप्ति होती है.
- मंत्र: ॐ त्र्यम्बकाय नमः
3. चंदन जल
- चंदन शरीर को शीतलता देता है और मनोकामनाओं को शांतिपूर्वक फलित करता है.
- शिव को शांत रूप में पूजने के लिए चंदन जल से अभिषेक करें.
धन-समृद्धि और कर्जमुक्ति के लिए सावन में शिव को चढ़ाएं ये 3 विशेष वस्तुएं
अगर आप आर्थिक संकट, कर्ज, धन रुकावट या नौकरी में अस्थिरता से परेशान हैं, तो सावन में शिव जी का इस तरह से अभिषेक कर आशीर्वाद करें-
1. गुड़ मिला हुआ जल
- प्रभाव: नई आय के स्रोत बनते हैं, सरकारी लाभ मिल सकते हैं.
- मंत्र: ॐ श्रीं नमः शिवाय
2. काले तिल मिश्रित जल
- प्रभाव: शनि दोष शांत होते हैं, आय में स्थायित्व आता है.
- शिव पुराण में उल्लेखित उपाय: तिल जल से अभिषेक कर ॐ शं शनैश्चराय नमः मंत्र बोलें.
3. गंगाजल में मिश्री या कपूर मिलाकर
- प्रभाव: लक्ष्मी स्थिर होती है, ग्रह दोष दूर होते हैं.
- मंत्र: ॐ नमः शिवाय के साथ ॐ सोमाय नमः
संतान और धन दोनों की प्राप्ति के लिए एक विशेष अभिषेक योग, सिर्फ सावन में!
यदि आप चाहते हैं कि संतान सुख और धन दोनों ही जीवन में आएं, तो सावन सोमवार को यह मिश्रित अभिषेक करें-
अभिषेक सामग्री
- शुद्ध जल
- गाय का दूध
- शहद
- गुड़
- काले तिल
- चंदन
विशेष संकल्प मंत्र
सर्वसुख प्रदायिने शिवाय नमः. पुत्र सौभाग्य धनाय च महादेवाय नमः.
इसके साथ हर सोमवार को शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, आक और सफेद पुष्प अर्पित करें.
शास्त्र और साधना: अभिषेक की महिमा पर ग्रंथ क्या कहते हैं?
- लिंग पुराण- अभिषेकैः शिवं संतुष्टं संसारसागरात् तारयति.
- अर्थ: जो भक्त प्रेमपूर्वक शिव का अभिषेक करता है, वह संसार रूपी समुद्र से पार हो जाता है.
स्कंद पुराण- शिवस्य जलाभिषेकं तु धनं पुत्रं च वर्धयेत्.
अर्थ: शिव को जल चढ़ाने से धन और पुत्र वृद्धि होती है.
यदि संतान और धन दोनों चाहिए, तो सावन में शिव को कैसे प्रसन्न करें?
उद्देश्य | अभिषेक | वस्तु मंत्र |
संतान प्राप्ति | गोदुग्ध, शहद | ॐ त्र्यम्बकाय नमः |
धन प्राप्ति | काले तिल, गुड़ जल | ॐ श्रीं नमः शिवाय |
संयुक्त फल | दूध, शहद, तिल, चंदन | ॐ सोमाय नमः |
FAQs
प्र.1: क्या संतान प्राप्ति के लिए सिर्फ सोमवार को अभिषेक करना आवश्यक है?
उत्तर: हां, सावन के सोमवार को किया गया अभिषेक अत्यधिक प्रभावशाली होता है. लेकिन प्रदोष और मासिक शिवरात्रि भी उपयुक्त हैं.
प्र.2: क्या यह उपाय बिना पंडित के घर पर किए जा सकते हैं?
उत्तर: हां, यदि नियमपूर्वक और श्रद्धा से करें तो घर पर भी शिव अभिषेक सफल होता है.
प्र.3: क्या शिवलिंग पर तांबे के लोटे से जल चढ़ाना जरूरी है?
उत्तर: तांबे का पात्र शुभ माना गया है, लेकिन मिट्टी या स्टील का लोटा भी चल सकता है.
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