GIFT निफ्टी फिलहाल 25,550 के पास सुस्त नजर आ रहा है. दूसरी ओर, वैश्विक बाजारों में कॉपर पर भारी दबाव बना है. ट्रंप के 50 प्रतिशत टैरिफ के ऐलान के बाद LME कॉपर करीब 2 प्रतिशत टूट गया और यह लगातार पांचवें दिन कमजोर रहा. यह कीमतें अब तीन हफ्ते के निचले स्तर पर हैं. डोनाल्ड ट्रंप ने ब्राजील पर 1 अगस्त से 50 प्रतिशत का टैरिफ लगाने का एलान किया है. इसके साथ ही श्रीलंका, फिलीपींस समेत 7 अन्य देशों को भी 20 से 30 प्रतिशत टैरिफ वाले लेटर भेजे गए हैं. यह कदम अमेरिकी मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उठाया गया है. ऐसे में सवाल ये खड़ा हो रहा है कि क्या इसका भारतीय बाजार पर भी असर दिखेगा. इसपर अनिल सिंघवी ने अपनी राय दी है.
आज के बड़े सवाल
1. ट्रेड डील नहीं होना पॉजिटिव या निगेटिव?
2. फंसे रहेंगे रेंज में या निकलेंगे बाहर?
3. क्या छोटे शेयरों की तेजी और बढ़ेगी?
4. FIIs-DIIs की सुस्ती कब टूटेगी?
5. TCS रिजल्ट के पहले क्या करें तैयारी?
ट्रेड डील पर क्या हुआ?
– डेडलाइन खत्म लेकिन ना डील हुई और ना ही भारत पर टैरिफ लगा
– 8 और देशों पर लगा टैरिफ लेकिन भारत पर नहीं
– ब्राजील पर सबसे ज्यादा 50% टैरिफ का ऐलान
डील ना होने पर भी क्या है पॉजिटिव?
– डेडलाइन खत्म होने के बावजूद नहीं लगाया कोई टैरिफ
– ना ही ट्रंप का भारत पर कोई निगेटिव बयान
– जबकि दूसरे देशों पर लगा रहे हैं भारी-भरकम टैरिफ
– भारत अमेरिका के दबाव पर झुका नहीं
– मतलब साफ है, भारत और अमेरिका मान रहे हैं डील की नई डेडलाइन 1 अगस्त
– डील करने के लिए मिला और ज्यादा समय
डील ना होने पर क्या है निगेटिव?
– सबसे पहले हमारे साथ होनी थी डील
– लेकिन 90 दिनों में भी डील करने में रहे नाकामयाब
– कहीं ना कहीं मामला बड़ा फंसा हुआ है
– किस पर कितना टैरिफ लगे, अब तक सहमति नहीं
– अनिश्चितता बरकरार, तलवार लटकी हुई
– ट्रंप कब भड़क जाएं पता नहीं
– डील हो, काम निपटे तो बाजार और बिजनेस दोनों के लिए पॉजिटिव
फंसे रहेंगे रेंज में या निकलेंगे बाहर?
– डेडलाइन पर डील ना होने से फिर अटके रहेंगे बाजार
– FIIs-DIIs का एक्शन भी बहुत छोटा
– कल दोनों की तरफ से बेहद छोटी बिकवाली और खरीदारी
– देखते हैं क्या TCS के नतीजों से IT सेक्टर और बाजार में आता है बड़ा Move
– फिलहाल 25300-25600 की रेंज में फंसा निफ्टी
– बैंक निफ्टी भी 56600-57600 की रेंज में अटका हुआ
क्या छोटे शेयरों की तेजी और बढ़ेगी?
– रेंज में फंसे बाजार में मिड-स्मॉलकैप शेयरों में होता है ज्यादा एक्शन
– लेकिन अब धीरे-धीरे ये भी थक रहे हैं
– स्टॉक और सेक्टर स्पेसिफिक एक्शन भी ठंडा पड़ता हुआ
– रिजल्ट सीजन शुरू होने पर अब बढ़ेगा एक्शन
– अच्छे फंडामेंटल और मजबूत नतीजों वाली कंपनियों में ही करें निवेश
TCS रिजल्ट के पहले क्या करें तैयारी?
– दिग्गज IT कंपनियों के लिए जून तिमाही रहेगी ढीली
– Infosys को छोड़ बाकी सभी में आय में कमी आने की आशंका
– सितंबर तिमाही से रेवेन्यू ग्रोथ बेहतर होने के संकेत
– नतीजे देखकर जल्दबाजी में निचले स्तरों पर बिकवाली ना करें
तीन चीजों पर नजर रखें
1. दूसरी तिमाही का आउटलुक
2. मैनेजमेंट की कमेंट्री
3. ट्रेड डील पर Clarity
– दिग्गजों के मुकाबले मिडकैप IT कंपनियों के नतीजे बेहतर रहने की उम्मीद
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