
आषाढ़ पूर्णिमा के दिन गंगा या तीर्थ नदी के जल स्नान करते समय- गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती। नर्मदे सिंधु कावेरी जलेऽस्मिन् सन्निधिं कुरु।। इस मंत्र का जाप करें. मान्यता है इससे शरीर के साथ आत्मा भी शुद्ध हो जाती है.

वहीं पूर्णिमा पर सत्यनारायण पूजा के दौरान – ॐ श्री सत्यनारायणाय नमः मंत्र का 108 बार जाप करें. कहते हैं इसके प्रभाव से सुख-समृद्धि का आगमन होता है.

आषाढ़ पूर्णिमा पर गुरु पूर्णिमा भी मनाई जाती है. इस दिन गुरुओं का पूजन करते समय – ॐ गुरुभ्यो नम: मंत्र का जाप करें. गुरु के आशीर्वाद से जीवन सफल हो जाता है.

आषाढ़ पूर्णिमा की शाम तुलसी के पास दीपक जलाने के बाद – ॐ श्री तुलस्यै नमः मंत्र का जाप करें और परिक्रमा करें. मान्यता है इससे घर में मां लक्ष्मी ठहर जाती है.

आषाढ़ पूर्णिमा की रात चंद्रोदय के समय चंद्रमा को अर्घ्य दें – “ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चन्द्रमसे नमः” मंत्र का जाप करें. इससे मानसिक शांति और तनाव से मुक्ति मिलने की मान्यता है.

वहीं पूर्णिमा की रात मां लक्ष्मी का पूजन करते समय – ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ मंत्र का जाप करना चाहिए. इसके शुभ प्रभाव से दरिद्रता दूर होती है.
Published at : 10 Jul 2025 05:37 AM (IST)
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