Prediction 2025: पूरी दुनिया किस भविष्यवाणी से डर रही है? अगर सच हो गई तो क्या गजब होगा? क्या वो समय आ गया है, जब भविष्य के सबसे डरावने रहस्य सामने आने वाले हैं?
कभी आपने सोचा है कि अगर एक भविष्यवाणी, जिसे दुनियाभर के संतों, वैज्ञानिकों और द्रष्टाओं ने अलग-अलग समय पर दोहराया, वह सच हो जाए तो क्या होगा? क्या वाकई हम उस मोड़ पर आ चुके हैं, जहां दुनिया बदलने वाली है… या खत्म होने वाली है?
वो कौन-सी भविष्यवाणी है जिससे पूरी दुनिया कांप रही है?
भविष्यवाणी: तीसरा विश्व युद्ध और मानव सभ्यता का अंत!
यह भविष्यवाणी केवल नास्त्रेदमस (Nostradamus) या बाबा वेंगा (Baba Vanga) तक सीमित नहीं है. इसे वैदिक ग्रंथों, बाइबिल, कुरान और आधुनिक वैज्ञानिकों तक ने संकेतों में कहा है कि जब आग आकाश से बरसेगी, और भाई ही भाई का शत्रु होगा, तब तीसरा महायुद्ध होगा.
नास्त्रेदमस भविष्यवाणी 1555 में भी इसी तरह की बात कही गई है.
किन स्रोतों में मिलती है ये डरावनी चेतावनी?
1. नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियां
- दूर पूर्व से आएगा लाल सितारा जो आग लेकर आएगा.
- वर्ष 2025–2032 के बीच एक भयानक युद्ध का संकेत.
2. बाबा वेंगा की चेतावनी
वर्ष 2025 के लिए कहा गया
- यूरोप अंधकार में डूबेगा, और दुनिया एक बार फिर दो हिस्सों में बंटेगी.”
महाभारत और भविष्य पुराण के संकेत
कलियुग के अंत में भयानक युद्ध का वर्णन मिलता है, भविष्य पुराण, प्रतिसर्ग पर्व के अनुसार कलौ चतुर्थे संप्राप्ते… युद्धो भयंकरो महान्. .यानि जब कलियुग का चौथा चरण अर्थात अंतिम चरण या चरम अवस्था आ जाएगा, तब एक अत्यंत भयानक और महाविनाशकारी युद्ध होगा.
4. साइंटिफिक वॉर्निंग्स
- AI, बायोवेपन और न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी के दुरुपयोग से खतरे की घड़ी.
- Stephen Hawking ने कहा था मानवता अगले 100 वर्षों में बची रही तो यह उसका चमत्कार होगा.
अगर यह भविष्यवाणी सच हो गई तो क्या होगा?
संभावित परिणाम
- पूरे महाद्वीप जल उठेंगे, न्यूक्लियर हथियारों का तांडव
- इंटरनेट और तकनीकी संरचनाएं ठप हो जाएँगी
- खाद्यान्न संकट, महामारियां और शरणार्थियों की सुनामी
- सत्ता और धर्म का नया संतुलन या पतन
- भारत, चीन, अमेरिका, तीनों एक निर्णायक मोड़ पर होंगे
- मानवता या तो नया युग पाएगी… या मिट जाएगी!
क्या इस डर को बदला जा सकता है एक अवसर में?
हां! हर भविष्यवाणी एक चेतावनी भी होती है और चेतावनी हमेशा सुधार का द्वार खोलती है. यदि देश, समाज और व्यक्ति जागरूक हों यदि हथियारों से ज़्यादा ध्यान आध्यात्मिक शांति और विज्ञान के संतुलन पर दिया जाए यदि मानवता ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ को जीवन में उतारे…
तो वही भविष्य जो भयावह दिखता है, एक सतयुग के नए चरण में प्रवेश जैसा हो सकता है.
अब क्या करें?
डरें नहीं, समझें.
- भविष्यवाणियां भविष्य को लिखती नहीं, संकेत देती हैं. यह हम पर निर्भर करता है कि हम उसे विनाश बनाएं या विकास.
H2: FAQs
Q1: क्या नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियां कभी सच हुई हैं?
हां, फ्रेंच क्रांति, हिटलर का उदय, 9/11 जैसी घटनाएँ उनकी भविष्यवाणियों से मेल खाती हैं.
Q2: क्या AI से भी कोई खतरा है?
हां, AI अगर अनियंत्रित हुआ तो यह बायोवेपन या निर्णय लेने की शक्ति के साथ मानवता के लिए गंभीर संकट बन सकता है.
Q3: क्या भारत की कोई भूमिका है इस भविष्यवाणी में?
भारत को संतुलन, अध्यात्म और वैश्विक नीति में एक मार्गदर्शक शक्ति के रूप में देखा जा रहा है, जैसे ‘विश्वगुरु’ की वापसी.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
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