Shaktipeeth and Siddhapeeth What is difference Know importance of both

हम में से ज्यादातर लोगों को यही लगता है कि शक्ति वही होती है, जहां देवी सती के अंग गिरे थे, इसी वजह से उन स्थानों को शक्तिपीठ कहा जाने लगा.

हम में से ज्यादातर लोगों को यही लगता है कि शक्ति वही होती है, जहां देवी सती के अंग गिरे थे, इसी वजह से उन स्थानों को शक्तिपीठ कहा जाने लगा.

लेकिन कुछ स्थान ऐसे भी होते हैं, जो साधु-संतों की सिद्धि प्राप्ति से दिव्य और भव्य हुए हैं.

लेकिन कुछ स्थान ऐसे भी होते हैं, जो साधु-संतों की सिद्धि प्राप्ति से दिव्य और भव्य हुए हैं.

शक्तिपीठ उन स्थानों को कहा जाता है, जहां देवी सती के अंग गिरे थे. भारत में कुल 51 शक्तिपीठ हैं.

शक्तिपीठ उन स्थानों को कहा जाता है, जहां देवी सती के अंग गिरे थे. भारत में कुल 51 शक्तिपीठ हैं.

वहीं दूसरी ओर सिद्धपीठ वो स्थान होते हैं, जहां साधु संतो ने घोर तपस्या से सिद्धि प्राप्त की हो. भारत में गिरनार और शिखरजी सिद्धपीठ हैं.

वहीं दूसरी ओर सिद्धपीठ वो स्थान होते हैं, जहां साधु संतो ने घोर तपस्या से सिद्धि प्राप्त की हो. भारत में गिरनार और शिखरजी सिद्धपीठ हैं.

एक स्थान दिव्य क्षति से प्राप्त हुआ तो शक्तिपीठ कहलाया और दूसरा स्थान दिव्य प्रयासों से प्राप्त हुआ तो सिद्धपीठ कहलाया.

एक स्थान दिव्य क्षति से प्राप्त हुआ तो शक्तिपीठ कहलाया और दूसरा स्थान दिव्य प्रयासों से प्राप्त हुआ तो सिद्धपीठ कहलाया.

Published at : 07 Jul 2025 07:00 AM (IST)

ऐस्ट्रो फोटो गैलरी

ऐस्ट्रो वेब स्टोरीज

Read More at www.abplive.com