Illegal Occupation Of Medical College: किशनगंज के माता गुजरी मेडिकल कॉलेज (MGM) के संस्थापक मोलेश्वर सिंह के परिवार ने पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं. जन सुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर ने दावा किया कि जायसवाल ने पिछले 25 सालों में मेडिकल कॉलेज पर अवैध कब्जा कर लिया है. ट्रस्ट के नियमों की खुलेआम अवहेलना की है. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि बिहार में कानून व्यवस्था और राजनीतिक गठजोड़ का मामला है.
प्रशांत किशोर ने कहा कि बीजेपी, आरजेडी और जेडीयू जैसे दल जब व्यक्तिगत लाभ की बात आती है, तो एकजुट हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि दिलीप जायसवाल एक समय इस कॉलेज में क्लर्क थे, लेकिन समय के साथ उन्होंने कॉलेज के ट्रस्ट और प्रबंधन पर पूरी तरह कब्जा जमा लिया. किशोर का आरोप है कि जायसवाल ने पहले सरदार मोलेश्वर सिंह के परिवार के सदस्यों को ट्रस्ट से बाहर करवाया और फिर गुरुदयाल सिंह व करतार सिंह जैसे सदस्यों को मजबूरी में किशनगंज छोड़ना पड़ा.
राजेश शाह की हत्या पर सवाल
प्रशांत किशोर ने यह भी आरोप लगाया कि दिलीप जायसवाल पर कॉलेज से जुड़े राजेश शाह की हत्या की साजिश रचने का आरोप है. उन्होंने यह गंभीर सवाल उठाया कि जिस पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में जांच कर जायसवाल को क्लीन चिट दी, उनकी पत्नी ने उसी कॉलेज से MBBS की डिग्री ली है, जिस पर कब्जे का आरोप है.
जन सुराज प्रमुख ने यह भी दावा किया कि दिलीप जायसवाल ने नेताओं और अफसरों के 50 से अधिक बच्चों को मैनेजमेंट कोटा के तहत MBBS में दाखिला दिलवाया है. उन्होंने कहा कि राबड़ी देवी ने जायसवाल को अपना “मुंह बोला भाई” कहा था और यही वजह है कि आरजेडी ने कभी इस मुद्दे को नहीं उठाया. प्रशांत ने लालू प्रसाद यादव के रिश्तेदारों को भी इस व्यवस्था से लाभ मिलने का दावा किया.
सड़क से कोर्ट तक लड़ाई- जन सुराज
प्रशांत किशोर ने एलान किया कि जन सुराज इस मामले को सड़क से लेकर कोर्ट तक लड़ेगा. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ कॉलेज पर कब्जे का मामला नहीं, बल्कि कानून व्यवस्था और राजनीतिक नैतिकता का सवाल है. प्रशांत ने यह भी आरोप लगाया कि कॉलेज में फर्जी मरीजों के नाम पर आयुष्मान कार्ड का दुरुपयोग कर करोड़ों रुपये का घोटाला किया जा रहा है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद वरिष्ठ एडवोकेट वाईबी गिरी ने कहा कि MGM कॉलेज का ट्रस्ट सिख अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़ा है, लेकिन ट्रस्ट एक्ट और रजिस्ट्रेशन एक्ट की धज्जियां उड़ाकर जायसवाल ट्रस्ट का डायरेक्टर बन बैठे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि राजेश शाह की बहन ने कोर्ट में साफ तौर पर कहा है कि उनके भाई की मौत के लिए जायसवाल जिम्मेदार हैं.
CBI और ED से जांच की मांग
कॉलेज के संस्थापक मोलेश्वर सिंह के बेटे गुरुदयाल सिंह और पुत्री अमृत कौर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उन्हें ट्रस्ट से बाहर करने के लिए साजिश रची गई. उन्होंने कहा कि अब उन्हें और उनके परिवार को जान का खतरा है. उन्होंने CBI और ED से इस पूरे मामले की जांच की मांग की.
BJP ने आरोपों को बताया बेबुनियाद
बिहार बीजेपी के मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल ने एक प्रेस नोट जारी कर कहा कि डॉ. दिलीप जायसवाल पर लगाए गए सभी आरोप पूरी तरह से तथ्यहीन, दुर्भावनापूर्ण और बेबुनियाद हैं. उन्होंने इसे एक सोची-समझी राजनीतिक साजिश बताया. जिसका मकसद सिर्फ डॉ. जायसवाल की छवि को खराब करना है.
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