Himachal Heavy Rain: हिमाचल प्रदेश को दो सप्ताह में ही मानसून ने तहस नहस कर दिया है. भारी बारिश, भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं में बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है और कई के लापता होने की खबर है. बादल फटने के बाद फ्लैश फ्लड से मची भारी तबाही से हिमाचल उभर नहीं पा रहा है. इसी बीच मौसम विभाग के अलर्ट से लोग दहशत में हैं. मौसम विभाग ने 6 जुलाई दोपहर से लेकर 7 जुलाई तक मंडी, कांगड़ा, सिरमौर के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है. ये अलर्ट आपदा की मार झेल रहे लोगों के घावों में नमक डालने जैसा है.
मौसम विभाग ने चंबा, कांगड़ा, मंडी और सिरमौर के लिए फ्लैश फ्लड का अलर्ट भी जारी किया है. मौसम विभाग ने 8 जुलाई तक प्रदेश के कई इलाकों में भारी से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. उसके बाद भी मौसम की बेरुखी से राहत मिलने वाली नहीं है. शासन प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है.
हिमाचल में बारिश और लैंडस्लाइड से भारी नुकसान
हिमाचल में मानसून से अब तक 72 मौतें हुई हैं. 113 लोग घायल हुए हैं जबकि 37 लोग अभी भी लापता हैं. हालांकि मुख्यमंत्री प्रदेश में 700 करोड़ के नुकसान का दावा कर रहे हैं, लेकिन आपदा प्रबंधन ने नुकसान का आंकड़ा 541 करोड़ का दिया है. प्रदेश में 261 सड़कें बंद पड़ी हैं. 300 ट्रांसफार्मर ठप हैं. 281 पेयजल योजनायों की जल आपूर्ति बाधित है. 251 पशु पक्षी बह गए हैं, 19 घर पूरी तरह तबाह हो गए हैं, 82 घरों को नुकसान हुआ है, 208 गौशालाएं बही हैं.
मंडी में बारिश से हुआ ज्यादा नुकसान
यह सिलसिला अब भी जारी है. सबसे ज्यादा नुक़सान मंडी में हुआ है जहां 15 लोगों की मौत हो चुकी है, कई लोगों की तलाश जारी है. 176 सड़कें मंडी में बंद पड़ी हैं. कुल्लू में 39, सिरमौर में 19, कांगड़ा में 120 और शिमला में 6 सड़कें बंद हैं. मंडी के सराज में तो राहत बचाव कार्यों के लिए सेना को मैदान में उतरना पड़ा है.
Read More at www.abplive.com