‘पहलगाम हमले पर पाकिस्तान को चेतावनी’, QUAD देशों ने जॉइंट स्टेटमेंट जारी करके कही बड़ी बात

QUAD Countries Joint Statement: क्वाड देश पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करते हैं। इस घृणित कृत्य के अपराधियों, साजिशकर्ताओं और फाइनेंसर्स को बिना किसी देरी के न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। QUAD के विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद जॉइंट स्टेटमेंट जारी किया गया, जिसमें क्वाड देशों की ओर से पहलगाम आतंकी हमले पर प्रतिक्रिया व्यक्त की गई। जॉइंट स्टेटमेंट में कहा गया कि भारत द्वारा क्वाड देशों के नेताओं की अगली बैठक के लिए मेजबान देश का नाम भी फाइनल किया गया है। चीन को लेकर कहा गया कि क्वाड देश पूर्वी चीन सागर और दक्षिण चीन सागर की स्थिति को लेकर चिंतित हैं। अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुरूप नेविगेशन की स्वतंत्रता और व्यापार पर जोर देते हैं। क्रिटिकल मिनरल इनिशिएटिव शुरू किया गया है, ताकि महत्वपूर्ण खनिज आपूर्ति को सुरक्षित रखा जा सके। वहीं पहली क्वाड इंडो-पेसिफिक लॉजिस्टिक नेटवर्क फील्ड ट्रेनिंग एक्सरसाइट भी शुरू की जाएगी।

 

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क्या है क्वाड और क्या है इसका मकसद?

क्वाड्रिलेटरल सिक्योरिटी डायलॉग (QUAD) 4 देशों भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया का फोरम है। क्वाड्रिलेटरल का मतलब चतुर्भुज है। वर्ल्ड मैप पर QUAD देश सीधी लाइन में हैं। इस लाइन का फोकस हिंद-प्रशांत महासागर (इंडो-पेसिफिक ओशन) है। क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों ने इस महासागर में बढ़ते चीन के दबदबे पर चर्चा के लिए ही एक जुलाई 2025 को अमेरिका के वाशिंगटन में बैठक की। मीटिंग की मेजबानी अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने की। उनके अलावा मीटिंग में भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर, जापान के विदेश मंत्री ताकेशी इवाया, ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री पेनी वोंग शामिल थे।

बैठक का उद्देश्य स्वतंत्र, ओपन, समृद्ध हिंद-प्रशांत महासागर सुनिश्चित करना था, जो अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता पर आधारित हो। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बैठक के बाद बताया कि क्वाड देशों की अगली बैठक साल 2025 में ही भारत में होनी है, जिसके लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने जानकारी दी है कि क्वाड की शिखर बैठक के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भारत आने का निमंत्रण दिया है।

 

आतंकवाद पर भारत का रुख

भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने क्वाड मीटिंग के बाद बयान जारी करके आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की वकालत की। उन्होंने 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा की। हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की जान गई थी। हमले की निंदा करते हुए मंत्री जयशंकर ने कहा कि भारत अपनी सुरक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा। आतंकवाद को लेकर शून्य सहिष्णुता दिखाएगा और दुनिया को भी दिखानी चाहिए। पीड़ितों और अपराधियों में अंतर होता है। उन्हें कभी भी एक समान नहीं माना जा सकता। भारत को अपने लोगों की रक्षा करने का पूरा अधिकार है और भारत अपने उस अधिकार का प्रयोग करगा।

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