Jagannath Rath Yatra in Uttarakhand Mussoorie Maharaj Parmanand Das told importance

 Jagannath Rath Yatra in Mussoorie: पहाड़ों की रानी मसूरी में पुरी की तर्ज पर भगवान श्री जगन्नाथ जी की भव्य रथ यात्रा का आयोजन किया गया. यह आयोजन मधुबन आश्रम, ऋषिकेश द्वारा भगवान जगन्नाथ जी की वार्षिक रथ यात्रा के शुभ अवसर पर किया गया.

यात्रा की शुरुआत सनातन धर्म मंदिर से हुई और यह लक्ष्मी नारायण मंदिर तक निकाली गई. रथ यात्रा में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया और भक्ति भाव से रथ की रस्सी खींचते हुए प्रभु का आशीर्वाद प्राप्त किया.

रथ यात्रा को लेकर महाराज परमानंद दास ने क्या कहा
पूरा वातावरण जय जगन्नाथ के नारों से गूंज उठा. पूरे मार्ग में श्रद्धालु भजन-कीर्तन करते चले और रथ के आगे पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुन पर श्रद्धालुओं ने नृत्य भी किया. रथ यात्रा से पूर्व आयोजित सभा में मधुबन आश्रम के संत, परम पूज्य महाराज परमानंद दास जी ओर बिस्मेंदर दास महाराज जी ने भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व पर प्रकाश डाला.

उन्होंने कहा कि, ‘भगवान श्री जगन्नाथ जी की रथ यात्रा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि आत्मा और परमात्मा के मिलन का प्रतीक है. जब भक्त भगवान को रथ पर विराजमान कर नगर भ्रमण कराते हैं, तो यह जन-जन तक भगवान की करुणा और कृपा का संदेश पहुंचाया जाता है.

जगन्नाथ रथ यात्रा सभी के लिए कल्याणकारी
उन्होंने आगे कहा कि, यह यात्रा सभी के लिए कल्याणकारी होती है. महाराज जी ने यह भी बताया कि जगन्नाथ रथ यात्रा के दिन भगवान अपने भक्तों के घर स्वयं पधारे हैं, और रथ की रस्सी खींचना सौभाग्य व मोक्ष प्रदान करने वाला कर्म माना गया है. 

जगन्नाथ रथ यात्रा में शामिल होने वाले लोगों में गजब का उत्साह देखने को मिला. सभी ने जय जगन्नाथ के जयकारा लगाने के साथ रथ यात्रा निकाली. मसूरी में निकाली गई जगन्नाथ यात्रा में भक्तों की भारी भीड़ भी देखने को मिली.

चमोली से सुनिल सोनकर की रिपोर्ट

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