Gold Price Today: सोना खरीदने वालों के लिए अच्छी खबर है. पश्चिम एशिया में तनाव कम होने और अमेरिका और चीन के बीच व्यापार समझौते की अनुकूल खबरों के बीच कारोबारियों की बिकवाली से शुक्रवार (27 जून) को राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमत (Gold Price Today) 930 रुपये टूटकर 97,670 रुपये प्रति 10 ग्राम पर रही.
अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, 99.9% शुद्धता वाले सोने का भाव गुरुवार को 98,600 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. शुक्रवार को 99.5% शुद्धता वाले सोने का भाव 850 रुपये घटकर 97,200 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया. पिछले कारोबारी सत्र में यह 98,050 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था.
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क्यों आई सोने की कीमतों में गिरावट?
अबांस फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) चिंतन मेहता ने कहा, सोने की कीमतों (Gold Rates) में गिरावट जारी है क्योंकि मजबूत मुनाफावसूली हो रही है और नए भू-राजनीतिक कारणों के अभाव में सुरक्षित निवेश की मांग कम हो रही है.
उन्होंने कहा, प्रमुख तेल अवसंरचना और परिवहन मार्गों, विशेष रूप से होर्मुज जलडमरूमध्य पर हमले को लेकर ईरान के संयम बरतने के संकेत के बाद कच्चे तेल की कीमतों (Crude Oil Prices) में भी गिरावट आई है. मेहता ने कहा कि इस गिरावट ने बाजारों में जोखिम को कम कर दिया है, जिससे सोने पर और दबाव पड़ा है.
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चांदी में गिरावट
इसके अलावा, शुक्रवार को चांदी की कीमत 100 रुपये की गिरावट के साथ 1,03,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर रही. गुरुवार को चांदी 1,03,100 रुपये प्रति किलोग्राम पर रही थी. विदेशी बाजार में हाजिर सोना 43.45 डॉलर गिरकर 3,284.40 डॉलर प्रति औंस पर आ गया.
आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष (कमोडिटी एंड करेंसी) मनीष शर्मा ने कहा, निवेशकों को अब फेडरल रिजर्व की ब्याज दर में कटौती के बारे में आगे के संकेतों के लिए अमेरिकी व्यक्तिगत उपभोग व्यय (PSE) मूल्य सूचकांक आंकड़ा जारी होने का इंतजार है.
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एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष- शोध विश्लेषक (कमोडिटी एंड करेंसी) जतीन त्रिवेदी के अनुसार, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल की हाल की टिप्पणियों से संकेत मिलता है कि ब्याज दर में कटौती निकट भविष्य में नहीं होने वाली है, जिससे सर्राफा कीमतों पर और दबाव पड़ा है. त्रिवेदी ने कहा कि कमजोर डॉलर सूचकांक ने वैश्विक जोखिम में कमी की पुष्टि की है. इससे निवेशक इक्विटी और क्रिप्टोकरेंसी जैसी जोखिमपूर्ण परिसंपत्तियों में पैसा लगाने के लिए प्रेरित हुए हैं.
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