MEA on Rajnath Singh in SCO Summit: शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन के जॉइंट स्टेटमेंट पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के हस्ताक्षर ना करने को लेकर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि SCO का गठन आतंकवाद से लड़ने के उद्देश्य से किया गया था. जब राजनाथ सिंह रक्षा मंत्रियों की बैठक में गए और परिणाम दस्तावेज पर चर्चा हुई तो एक देश ने कहा कि वे इसका संदर्भ नहीं चाहते हैं.
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने आगे कहा कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का सोचना सही था. जब इस संगठन का मुख्य उद्देश्य ही आतंकवाद से लड़ना है और आप इसका संदर्भ देने की अनुमति नहीं दे रहे हैं तो उन्होंने इसे स्वीकार करने में अपनी हामी नहीं भरी. इसलिए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि वक्तव्य में आतंकवाद का उल्लेख नहीं है तो हम इस पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे.
रक्षामंत्री ने हस्ताक्षर से किया मना
भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में 25-26 जून को हिस्सा लेने के लिए चीन पहुंचे, जहां उन्होंने SCO समिट के जॉइंट स्टेटमेंट पर हस्ताक्षर करने से साफ मना कर दिया. भारत इस समिट में पहलगाम आतंकी हमले के मुद्दे को भी शामिल करना चाहता था, लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ तो रक्षामंत्री ने इस समिट के संयुक्त बयान को नकार दिया.
आतंकवाद को लेकर भारत का कड़ा रूख
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद भारत अब पाकिस्तान और आतंकवाद को लेकर कड़े फैसले ले रहा है. शायद यही वजह है कि देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस समिट पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया. इससे पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है. पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था, जिसके बाद भारत चाहता था कि SCO समिट में आतंकवाद के मुद्दे को शामिल किया जाए.
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