Jammu Kashmir Separatist leader Shabir Ahmad Shah daughter Sahar Concerned on his health in Tihar Jail

Shabir Shah News: दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद जम्मू कश्मीर के अलगाववादी नेता शब्बीर अहमद शाह की सेहत को लेकर कश्मीर के कई नेताओं ने चिंता जाहिर की है. महबूबा मुफ्ती से लेकर सज्जाद लोन तक, तमाम नेताओं का कहना है कि इलाज शब्बीर का बुनियादी हक है. इस बीच शब्बीर शाह की बेटी सहर शब्बीर का वीडियो सामने आया है, जिसमें वे अपने पिता के इलाज के लिए गुहार लगाई है.

शब्बीर शाह की बेटी ने सहर शब्बीर ने कहा, “यह राजनीतिक नहीं है, यह राष्ट्र-विरोधी नहीं है. यह किसी देश, संस्था या सरकार के खिलाफ नहीं है. यह केवल मेरे पिता के जीवन के बारे में है, उनके स्वास्थ्य के बारे में है. उनके सम्मान के साथ व्यवहार किए जाने के अधिकार के बारे में है. आपका जमीर जिंदा है या नहीं. मेरे पिता शब्बीर शाह ने 38 साल जेल में बिताए हैं. कोई दोष साबित नहीं हुआ है, कोई न्याय नहीं मिला.”

 

 

‘मेरे पिता गंभीर रूप से बीमार’
उन्होंने आगे कहा, “आज मेरे पिता गंभीर रूप से बीमार हैं. उन्हें कई सर्जरी की सलाह दी गई है, फिर भी कोई उचित देखभाल नहीं हो रही और दो साल में एक भी फोन कॉल नहीं हुई है, जो हर कैदी का अधिकार है. उनके परिवार को उनसे दूर रखा गया है. मैंने उन्हें चुपचाप पीड़ा झेलते देखा है. ध्वनिरोधी दीवारों, टूटे हुए माइक और लोहे की सलाखों के पीछे मैंने उन्हें देखा है। हम उन्हें छू तक नहीं सकते.”

‘अपने पिता को कोई कब तक ऐसे देख सकता है’
सहर शब्बीर ने कहा, “मुझे पहले गलत समझा गया था. एक बेटी के रूप में बोलना कुछ और ही समझा जाता था. इसने मेरी मां और बड़ी बहन को बहुत प्रभावित किया, लेकिन कोई अपने पिता को इस तरह देखते हुए कब तक चुप रह सकता है? यह एक बेटी की करुणा, न्याय और इंसानियत के लिए अपील है. अगर सिने में दिल बाकी है, तो प्लीज़ मेरी बात सुनो. अगर इंसाफ का कोई मतलब है, तो उसका एहसास करवाओ, लेकिन कहीं देर न हो जाए. क्योंकि अगर खामोशी फिर से जीत गई तो याद रखना ये सब तुम्हें पता था फिर भी तुमने नजरें फेर लीं.

महबूबा मुफ्ती ने भी चिंता जाहिर की
शब्बीर शाह की सेहत को लेकर पूर्वी सीए महबूबा मुफ्ती ने भी चिंता जाहिर की. उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, “केंद्रीय गृह मंत्रालय से अनुरोध है कि शब्बीर शाह की बेटी सहर शब्बीर की मार्मिक अपील पर तत्काल विचार करें. उनके पिता गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं. इस नाजुक वक्त में हम केंद्र सरकार से आग्रह करते हैं कि वे मानवीय दृष्टिकोण अपनाएं और यह सुनिश्चित करें कि उन्हें समुचित चिकित्सकीय देखभाल मिले. यह उनके परिवार के पास उनके दर्द को कम करने का अंतिम अवसर हो सकता है.”

सज्जाद लोन बोले- इलाज उनका हक
शब्बीर शाह साहब की तबीयत ठीक नहीं है और इलाज करवाना उनका बुनियादी अधिकार है. मैं विनम्रतापूर्वक उनके परिवार के साथ खड़ा हूं और मांग करता हूं कि उन्हें चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं. और जब वे अपने स्वास्थ्य के लिए लड़ रहे हों तो अपने परिवार के साथ रहना उनका बुनियादी अधिकार है.

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