Bajaj Auto-TVS Motor Shares Fall: दिग्गज दोपहिया कंपनियों बजाज ऑटो और टीवीएस मोटर के शेयर आज मुनाफावसूली के दबाव में करीब 2% टूट गए। इसके शेयरों में बिकवाली का यह दबाव ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री के एक फैसले के चलते आया जिसके तहत सभी नए स्कूटर्स और मोटरसाइकिल्स में एंट्री-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम्स (ABS) अनिवार्य कर दिया गया है। मिनिस्ट्री के इस आदेश पर बजाज ऑटो के शेयर आज इंट्रा-डे में बीएसई पर 1.40% टूटकर ₹8252.05 और टीवीएस मोटर के शेयर 1.53% टूटकर ₹2768.00 पर आ गए। निचले स्तर पर रिकवरी के चलते फिलहाल बीएसई पर टीवीएस मोटर 0.91% की फिसलन के साथ ₹2785.50 (TVS Motor Share Price) और बजाज ऑटो 0.88% की गिरावट के साथ ₹8295.50 (Bajaj Auto Share Price) पर है।
क्या है एनालिस्ट्स का रुझान?
ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री ने एबीएस को अनिवार्य ऐसे समय में किया है, जब दोपहिया इंडस्ट्री वित्त वर्ष 2026 में मजबूत रिकवरी के रास्ते पर है। गांवों में तो शादियों के सीजन के चलते दोपहिया गाड़ियों की बिक्री बढ़ रही है। एनालिस्ट्स का मानना है कि इस साल 2025 में शहरों की तुलना में गांव में मांग अधिक रह सकती है। इससे सरकारी सहायता, केंद्रीय बजट में टैक्स इंसेंटिव और ओवरऑल मैक्रोइकनॉमिक स्टैबिलिटी से सपोर्ट मिलेगा। हालांकि इंडस्ट्री को सप्लाई को लेकर चुनौतियां भी झेलनी पड़ रही है क्योंति चीन ने रेयर-अर्थ मैग्नेट के निर्यात पर सख्ती कर दी है जोकि इलेक्ट्रिक दोपहिया के लिए काफी अहम कंपोनेंट है। अगर सख्ती जारी रहती है तो आने वाले महीनों में बजाज ऑटो, टीवीएस मोटर और हीरो मोटोकॉर्प को प्रोडक्शन को लेकर चुनौतियां झेलनी पड़ सकती हैं।
अब ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री के फैसले से चुनौती की बात करें तो वैश्विक ब्रोकरेज फर्म नोमुरा का मानना है कि इससे दोपहिया गाड़ियों की मांग 2-4% घट सकती है। इसके चलते हर गाड़ी की कीमत ₹3000 बढ़ सकता है जिससे ओवरऑल गाड़ी की लागत में 3-5% का इजाफा हो सकता है। यह इजाफा इसलिए झटका है क्योंकि इस सेगमेंट में मांग पर कीमतों का बड़ा असर रहता है। नोमुरा का कहना है कि पहले भी जब बीमा से जुड़े नियमों या BS-6 उत्सर्जन मानकों के चलते कीमतें बढ़ीं थीं, तब मांग पर निगेटिव असर पड़ा था। इस बार यानी ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री के फैसले से 100cc बाइक्स, स्कूटर, और मोपेड्स जैसे एंट्री-लेवल सेगमेंट में अधिक असर दिख सकता है। ज्यादातर इलेक्ट्रिक वाहन (EVs) की भी लागत बढ़ जाएगी।
ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री का फैसला इसलिए भी अहम है क्योंकि 125 सीसी से कम क्षमता वाले गाड़ियों की बिक्री वित्त वर्ष 2025 की कुल घरेलू बिक्री में करीब 85% हिस्सेदारी थी। इस कैटेगरी में बिक्री लगभग पूरी तरह से घरेलू मार्केट पर निर्भर थे। हीरो मोटोकॉर्प की 99% बिक्री तो इसी सेगमेंट से आती है। इसके बाद टीवीएस मोटर (86%) और बजाज ऑटो (72%) का स्थान आता है।
Bajaj Auto और TVS Motor की कैसी रही है शेयरों की चाल?
बजाज ऑटो के शेयर पिछले साल 27 सितंबर 2024 को एक साल के हाई ₹12772.15 पर थे। इस हाई से 7 महीने में यह 44.50% टूटकर 7 अप्रैल 2025 को ₹7088.25 पर आ गया जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है। वहीं टीवीएस मोटर की बात करें तो पिछले साल 27 सितंबर 2024 को यह एक साल के हाई ₹2958.15 पर था जिससे 4 महीने में यह 26.64% टूटकर 14 जनवरी 2025 को एक साल के निचले स्तर ₹2170.05 पर आ गया।
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