मार्केट में हेराफेरी करने वाले खुद को बचा नहीं पाएंगे, SEBI चेयरमैन तुहिन कांत पांडेय ने किया आगाह – sebi chairman tuhin kanta pandey says manipulation in markets will not be tolerated

सेबी के चेयरमैन तुहिन कांत पांडेय ने स्टॉक मार्केट में हेराफेरी करने वाले लोगों को कड़ी चेतावनी दी है। 20 जून को मुंबई में एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि मार्केट में मैनिपुलेशन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम करीबी नजर रख रहे हैं। आगे मार्केट मैनिपुलेशन पर हम सख्त कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं यह बताना चाहता हूं कि हमने पहले भी सख्ती बरती है। लेकिन, मेरा मानना है कि आगे मार्केट मैनिपुलेशन उन चीजों में से एक है, जिन्हें हम बर्दाश्त नहीं करने वाले हैं।

सेबी ने शिकायतों के बाद कई एसएमई आईपीओ की जांच कराई

SEBI का चेयरमैन बनने पर Tuhin Kanta Pandey ने रेगुलेटर के कामकाज को पारदर्शी बनाने के साथ ही कैपिटल मार्केट में इज ऑफ डूइंग बिजनेस से जुड़ी पहल पर फोकस बढ़ाया है। पिछले कुछ महीनों में SME IPO के बारे में सेबी ने कई ऑर्डर दिए हैं। कई एसएमई आईपीओ में हेराफेरी के आरोप लगने के बाद सेबी ने मामलों की जांच कराई। जिन मामलों में हेराफेरी पाई गई उनमें रेगुलेटर की तरफ से सख्त कार्रवाई की गई।

कई कंपनियों को आईपीओ का प्लान स्थगित करने को कहा गया

कई एसएमई आईपीओ में फंड के दुरूपयोग, इश्यू के सब्सक्रिप्शंस में हेराफेरी, गलत डिसक्लोजर और दूसरी अनियमितताओं के आरोप लगे थे। कुछ मामलों में तो एक्सचेंजों और सेबी ने निवेशकों के हितों को ध्यान में रख कंपनियों को आईपीओ पेश करने के प्लान को स्थगित करने को कहा। एसएमई आईपीओ से जुड़ी शिकायतों के अलावा सेबी को शेयरों में पंप एंड डंप स्कीम की भी शिकायतें मिलती रही हैं। डेरिवेटिव ट्रेड्स खासकर इंडेक्स ऑप्शंस में भी मैनिपुलेशन के मामले सामने आए हैं।

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गलत काम होने से रोकने की गारंटी कोई नहीं दे सकता

हाल में सामने आए जेनसोल इंजीनियरिंग के मामले में सेबी चेयरमैन ने कहा कि कोई गलत काम नहीं होने की गारंटी नहीं दे सकता। उन्होंने कहा, “लालच ऐसी चीज है, जिसके बारे में रामायण और महाभारत में भी लिखा है। इसके बावजूद हम वही गलतियां करते हैं।” हालांकि, उन्होंने कहा कि सिर्फ नियम बना देने से समस्या का समाधान होने वाला नहीं है। ऐसे मामले इसलिए नहीं हुए कि इन्हें रोकने के लिए नियम नहीं थे बल्कि सख्त नियम होने के बावजूद ऐसे मामले हुए।

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