Shashi Tharoor News: केरल में नीलांबुर विधानसभा उपचुनाव के मतदान के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर का बड़ा बयान सामने आया है। थरूर ने गुरुवार को मीडिया के सामने इस बात को स्वीकार किया कि उनका कांग्रेस नेतृत्व के कुछ लोगों के साथ मतभेद है, लेकिन उन्होंने यह बताने से परहेज किया कि असहमति राज्य या केंद्रीय नेतृत्व के साथ थी। साथ ही उन्होंने पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा दिखते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी, उसके मूल्य और कार्यकर्ता उनके लिए प्रिय हैं।
पढ़ें :- IND vs ENG Playing XI: पहले टेस्ट के लिए भारत की प्लेइंग इलेवन तय, जानिए कप्तान शुबमन गिल किसको देंगे मौका
तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने मीडिया से कहा, “कांग्रेस नेतृत्व में कुछ लोगों के साथ मेरे मतभेद हैं। आप जानते हैं कि मैं किस बारे में बात कर रहा हूं, क्योंकि उनमें से कुछ मुद्दे सार्वजनिक डोमेन में हैं और आप (मीडिया) द्वारा रिपोर्ट किए गए हैं।” इस दौरान थरूर ने खुलासा किया कि उन्होंने नीलांबुर विधानसभा उपचुनाव में प्रचार नहीं किया क्योंकि उन्हें इसके लिए कांग्रेस द्वारा आमंत्रित नहीं किया गया था। उन्होंने कहा, “मैंने नीलांबुर उपचुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवार के लिए प्रचार नहीं किया क्योंकि मुझे इसके लिए पार्टी से निमंत्रण नहीं मिला था।”
हालांकि, थरूर यह बताने से बचते नजर आए कि उनका मतभेद राज्य या केंद्रीय नेतृत्व के नेताओं के साथ है। इस दौरान उन्होंने आंतरिक संवाद के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “मैं पिछले 16 सालों से कांग्रेस में काम कर रहा हूं। पार्टी के साथ मेरे कुछ मतभेद हैं, और मैं पार्टी के अंदर उन पर चर्चा करूंगा। आज मैं इस पर बात नहीं करना चाहता। मुझे मिलना और बात करना है, समय आने दें, और मैं इस पर चर्चा करूंगा।”
कांग्रेस के प्रति अपनी निष्ठा जाहिर करते हुए उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी, उसके मूल्य और उसके कार्यकर्ता मेरे लिए प्रिय हैं। मैं पिछले 16 सालों से उनके साथ काम कर रहा हूं, और मैंने उनकी प्रतिबद्धता, समर्पण और आदर्शवाद देखा है।” पार्टी के नेताओं के साथ विवाद के मुद्दों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “आज उन मुद्दों पर बात करने का समय नहीं है क्योंकि मतदान चल रहा है, जहां मैं अपने दोस्त (कांग्रेस उम्मीदवार आर्यदान शौकत) को जीतते देखना चाहता हूं। पार्टी नेतृत्व के साथ मेरी कुछ असहमतियां मीडिया में छपी हैं, इसलिए इसे छिपाया नहीं जा सकता।”
पढ़ें :- Operation Sindhu First Plane: येरेवन से 110 भारतीयों को लेकर नई दिल्ली पहुंचा रेस्क्यू विमान, ऑपरेशन सिंधु की पहली सफलता
Read More at hindi.pardaphash.com