शेयर बाजार में तेजी से कमाई करने की चाह रखने वाले निवेशक अक्सर दो विकल्पों के बीच उलझ जाते हैं—ऑप्शन ट्रेडिंग (कॉल और पुट) या सीधे स्टॉक्स में निवेश. हालांकि ऑप्शन ट्रेडिंग को शॉर्ट टर्म में ज्यादा मुनाफे का जरिया माना जाता है, लेकिन अनुभवी ट्रेडर्स और बड़े निवेशकों का मानना है कि 15 दिन के लिए सीधे स्टॉक्स खरीदना ऑप्शन से कहीं ज्यादा सुरक्षित, आसान और लाभदायक हो सकता है.
बात पहले ऑप्शन की…
सबसे पहले समझते हैं ऑप्शन ट्रेडिंग के रिस्क. कॉल या पुट ऑप्शन में पैसा लगाने का एक फायदा ये होता है कि इनमें कम पूंजी से ज्यादा रिटर्न की उम्मीद की जा सकती है. लेकिन इनमें टाइम डिके (समय के साथ मूल्य घटने) का असर बहुत तेज होता है. यदि आपने सही दिशा पकड़ी, लेकिन समय पर मूवमेंट नहीं आया तो ऑप्शन का मूल्य तेजी से गिर सकता है और आपका पूरा पैसा खत्म हो सकता है. इसके अलावा ऑप्शन ट्रेडिंग में चार्ट, वोलैटिलिटी, ग्रीक्स जैसे कई टेक्निकल पैरामीटर को समझना जरूरी होता है, जो हर निवेशक के लिए आसान नहीं है.
स्टॉक का तरीका क्या है….
इसके मुकाबले, यदि आप किसी मजबूत फंडामेंटल वाले स्टॉक को 10 से 15 दिन के लिए खरीदते हैं तो उसमें रिस्क लिमिटेड होता है. आपको टाइम डिके जैसी कोई समस्या नहीं होती और अगर शेयर थोड़ा भी ऊपर जाता है, तो आपका निवेश सुरक्षित रहता है. इसके अलावा, स्टॉक्स में निवेश करने पर अगर उम्मीद के मुताबिक रिटर्न नहीं भी मिला, तो लंबे समय तक होल्ड करने की गुंजाइश होती है, जबकि ऑप्शन में समय समाप्त होने के बाद वह पूरी तरह बेकार हो जाता है. यानी आपका कैपिटल जीरो हो जाता है.
बड़े ट्रेडर जानते हैं ये सीक्रेट
एक और बड़ा फर्क यह है कि ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए एक्सपीरियंस और तेजी से निर्णय लेने की क्षमता जरूरी होती है. वहीं, स्टॉक्स में आप थोड़ी रिसर्च और ब्रोकरेज सलाह से भी सुरक्षित पोजिशन बना सकते हैं. खासकर जब 0 से 15 दिन के लिए ब्रोकरेज हाउस की सटीक कॉल्स मिल रही हों, तो उनपर भरोसा कर स्टॉक्स में निवेश करना आसान और फायदेमंद रणनीति बन सकती है.
बड़े ट्रेडर्स यह बात अच्छी तरह जानते हैं कि ऑप्शन ट्रेडिंग रिस्क भरा खेल है, जहां मुनाफा जल्दी मिल सकता है लेकिन नुकसान की आशंका कई गुना ज्यादा होती है. इसलिए वे छोटी अवधि के लिए भी स्टॉक्स को तरजीह देते हैं, खासकर तब जब बाजार में साफ ट्रेंड हो और स्टॉक मजबूत टेक्निकल ब्रेकआउट दिखा रहा हो.
यानी कुल मिलाकर देखें तो अगर आप लिमिटेड रिस्क में अच्छा रिटर्न पाना चाहते हैं, तो 15 दिन के लिए स्टॉक्स खरीदना ऑप्शन ट्रेडिंग से ज्यादा सुरक्षित और स्थिर तरीका है. यह रणनीति खासतौर पर उन लोगों के लिए बेहतर है जो बाजार में शांति से निवेश करना चाहते हैं और हर मिनट की हलचल नहीं देखना चाहते.
Read More at www.zeebiz.com