Premanad Maharaj: वृंदावन स्थित श्री हित राधा केलि कुंज आश्रम में प्रेमानंद महाराज अपने भक्तों को सुगम मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं. आश्रम में आने वाले तमाम लोगों को प्रेमानंद महाराज भक्ति करने के साथ ही नाम जप करने की भी सलाह देते हैं. ऐसे में उनके आश्रम में एक भक्त ने सवाल करते हुए पूछा कि मांस मछली का सेवन करना सही है गलत? इस सवाल का प्रेमानंद महाराज ने जो उत्तर दिया, उसे हम सभी को जानना चाहिए.
प्रेमानंद महाराज ने मांस मदिरा का सेवन करने को लेकर कहा कि, ‘जिन घरों की रसोई में मांस को बनाया जाता है, उन घरों का भोजन कभी भी ग्रहण नहीं करना चाहिए. जो लोग मांसाहारी है, उनका नर्क जाना तय है. मांसाहार और मदिरापान राक्षस प्रवृत्ति के लक्षण होते हैं. लोग मंदिर में जाकर मासूम जानवरों की बलि देते हैं, याद रखो नर्क में मां अम्बे भी तुम्हें नहीं बचा पाएगी. जो लोग किसी भी जानवर का मांस खाते हैं, उन्हें नर्क में गन्ने की तरह पेरा जाता है.’
मांस खाने वालों को मिलती है नर्क में सजा- प्रेमानंद महाराज
उन्होंने आगे बताया कि, ‘शास्त्रों में मांस खाने वालों के साथ बड़ी दुर्गति होती है. मंदिरों में जाकर लोग मां अम्बा को छोटे छोटे बेजुबान जानवरों की बलि देते हैं और कहते हैं कि बलि देने से मां खुश होती है. मां अम्बा जगत की मां है. मनुष्य अपनी जीभ के स्वाद के लिए इस तरह का काम करता है. याद रखो मांस का भक्षण करने वालों को नर्क में कठोर से कठोर सजा मिलती है. अम्बा के लिए बलिदान देना हो तो खुद को कष्ट दो. उपवास रखो, त्याग करो तब जाकर मां अम्बा प्रसन्न होगी.’
प्रेमानंद महाराज के आश्रम में भक्त मार्ग दर्शन करने के लिए रोजाना केलि कुंज आश्रम में आते हैं. उनके भक्तों में बॉलीवुड से लेकर कई नामचीन हस्तियां शामिल है. इनमें क्रिकेट जगत की हस्तियां भी शामिल है. प्रेमानंद जी के इस उपदेश से लोगों को यह सीख लेनी चाहिए कि किसी भी जीवित प्राणी की निर्मम हत्या करके, उसका भक्षण करना ये कदापि गलत है.
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