क्या आप जानते हैं कि हनुमान जी (Hanuman Ji) की एक साधना ऐसी भी है, जिसे करने से साधक की जान तक जा सकती है? सनातन परंपरा में हनुमान जी को बल, भक्ति और संकटमोचन के रूप में पूजा जाता है, लेकिन तांत्रिक परंपरा में उनके कुछ रूप इतने उग्र माने जाते हैं कि उनकी साधना जानलेवा साबित हो सकती है.
रुद्र यामल और हनुमान तंत्र जैसे ग्रंथों में ऐसे प्रयोगों का उल्लेख मिलता है, जिन्हें केवल सिद्ध तांत्रिक ही कर सकते हैं. बिना गुरु, नियम और आत्मिक शुद्धि के की गई यह साधना अपात्र साधक के लिए मौत या मानसिक विनाश का कारण बन सकती है. क्या है वो साधना? किसे करनी चाहिए और किसे नहीं? और क्या सच में हनुमान जी की कृपा अपात्र को भस्म कर सकती है? जानते हैं.
हनुमान जी की इस साधना को करने से हो सकती है मौत!
ये दावा कहां से आया: यह दावा तांत्रिक परंपरा और कुछ अघोरी साधकों की मान्यता पर आधारित है, जिसमें कहा गया है कि हनुमान जी की कुछ उग्र साधनाएं इतनी शक्तिशाली होती हैं कि अपात्र साधक की मृत्यु तक हो सकती है.
शास्त्र क्या कहते हैं?
1. हनुमान तंत्र, रुद्र यामल तंत्र, कालिका पुराण: इनमें ‘वीर हनुमान मारण साधना’ और ‘प्रेत बाधा नाशक प्रयोग’ का वर्णन है. इन साधनाओं में चेतावनी दी गई है-
‘सिद्धवर्ग्यं न साध्यं स्यात् अपात्रेण तु मानवैः.’
यानि जो साधक योग्य नहीं है, उस पर ये प्रयोग मृत्यु जैसा प्रभाव डालते हैं.
2. ब्रह्मवैवर्त पुराण: हनुमान जी को केवल भक्ति और सेवा से प्रसन्न किया जा सकता है. उन्हें साधना से नियंत्रित करने की चेष्टा विनाशकारी हो सकती है.
कौन सी साधना सबसे घातक मानी जाती है?
‘प्राण मारण हनुमान साधना’ या ‘वीर मारण प्रयोग’ यह एक उग्र तांत्रिक प्रयोग है जिसमें पंचमुखी हनुमान का आह्वान होता है. ये विशेष प्रयोजन के लिए की जाती है. लेकिन इस साधना को किसी योग्य गुरू या विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में करने की सलाह दी जाती है.
विशेष नियम
- काले वस्त्र
- श्मशान भूमि
- मध्यरात्रि
- पूर्ण गुरु अनुष्ठान
बिना गुरु और शुद्धि के साधना करने पर साधक भौतिक या मानसिक विनाश का शिकार हो सकता है. मान्यता है कि बिना गुरू के इस साधना को करने वाला व्यक्ति पागल भी हो सकता है. वाराणसी और नासिक में इस साधना को लेकर कई कई कहानियां आज भी सुनी जाती हैं.
क्या वाकई यह साधना जानलेवा है?
हां, लेकिन केवल तब, जब कोई साधक बिना योग्यता के उग्र साधना करता है. बिना गुरु, नियम और आत्मिक शुद्धि के तंत्र प्रयोग करता है. हनुमान जी को ‘साधने’ की चेष्टा करता है, बजाय उन्हें ‘भजने’ के, हनुमान साधना शक्तिशाली है, लेकिन अहंकारी या अपात्र साधक के लिए यह खुद विनाश बन सकती है.
हनुमान जी को प्रसन्न करने का आसान तरीका कौन सा है?
- हनुमान चालीसा का पाठ
- सुंदरकांड का साप्ताहिक पाठ
- बजरंग बाण का उच्चारण
- भक्ति, नम्रता और सेवा भाव
FAQ
Q1: क्या हनुमान साधना से मौत हो सकती है?
Ans: उग्र तांत्रिक साधनाओं में अपात्र साधक को मृत्यु या मानसिक क्षति हो सकती है.
Q2: कौन सी हनुमान साधना खतरनाक मानी जाती है?
Ans: ‘वीर हनुमान मारण साधना’ और ‘प्राण मारण तंत्र’ विशेष रूप से घातक मानी जाती हैं.
Q3: क्या सामान्य लोग हनुमान साधना कर सकते हैं?
Ans: हां, लेकिन केवल भक्ति आधारित साधनाएं जैसे चालीसा, सुंदरकांड, नामजप आदि सुरक्षित हैं.
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