Israel attacks Iran: इजरायल ने ईरान पर शुक्रवार सुबह बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए. इन हमलों में ईरान के परमाणु स्थलों, मिसाइल सिस्टम और सैन्य कमांडरों को निशाना बनाया गया. इजरायली रक्षा बल (IDF) ने इन हमलों की पुष्टि की और इस ऑपरेशन को “राइजिंग लायन” नाम दिया गया. राजधानी तेहरान में कई धमाकों की आवाजें सुनी गईं.
इस हमले के तुरंत बाद Flightradar24 की एक टाइम-लैप्स वीडियो सामने आई, जिसमें दिखाया गया कि ईरानी एयरस्पेस में मौजूद सभी कमर्शियल विमान तेजी से दूसरी दिशा में मुड़ गए. ईरान का पूरा हवाई क्षेत्र अचानक खाली हो गया. वीडियो में साफ दिख रहा है कि जैसे ही इजरायली मिसाइलें आसमान में दाखिल हुईं, सभी एयरलाइंस ने ईरान के ऊपर से उड़ना बंद कर दिया.
वैश्विक उड़ानों पर असर: रास्ता बदला, समय और खर्च बढ़ा
ईरानी हवाई क्षेत्र से विमानों के इस बड़े पैमाने पर डायवर्जन का असर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर पड़ा है. कई फ्लाइट्स को वैकल्पिक रास्ते अपनाने पड़े, जिससे उड़ानों की दूरी, समय और ईंधन खर्च बढ़ गया. खासकर मध्य पूर्व और एशिया के बीच उड़ान भरने वाली एयरलाइनों को इससे ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
This time-lapse of air traffic over the Middle East shows how civilian airspace cleared after Israel’s operation against Iran began. pic.twitter.com/aap8ilC2MI
— Brady Africk (@bradyafr) June 13, 2025
इजरायल ने कहा- ‘ये हमले जरूरी थे’
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस सैन्य कार्रवाई को सही ठहराते हुए कहा कि ईरान “इजरायल के अस्तित्व के लिए खतरा” बन चुका है. उन्होंने बताया कि ये हमले जरूरी थे और आगे की रणनीति के तहत किए गए हैं.
ईरान ने अमेरिका पर लगाया आरोप
ईरान ने जहां अमेरिका पर इजरायल की कार्रवाई को समर्थन देने का आरोप लगाया है, वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किसी भी प्रत्यक्ष भूमिका से इनकार किया है. फॉक्स न्यूज से बातचीत में ट्रंप ने माना कि हमले से पहले उन्हें जानकारी दी गई थी, लेकिन उन्होंने दोहराया कि अमेरिका का रुख स्पष्ट है- ईरान को परमाणु बम विकसित करने की अनुमति नहीं दी जा सकती.
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