बीते महीने मई में निफ्टी माइक्रोकैप 250 इंडेक्स ने 12.10 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए मजबूत प्रदर्शन किया। वहीं, निफ्टी स्मॉलकैप 250 में भी 9.59 प्रतिशत की शानदार वृद्धि दर्ज की गई. शनिवार को आई एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. एसेट मैनेजमेंट कंपनी मोतीलाल ओसवाल की लेटेस्ट ‘ग्लोबल मार्केट स्नैपशॉट’ रिपोर्ट में कहा गया है कि पूरे महीने ब्रॉडर मार्केट सकारात्मक रहा, जिसमें छोटी कंपनियों ने तेजी का नेतृत्व किया.
निफ्टी माइक्रोकैप 250 में 13.74 फीसदी की बढ़ोतरी
पिछले एक वर्ष में निफ्टी माइक्रोकैप 250 में 13.74 प्रतिशत की वृद्धि हुई और निफ्टी स्मॉलकैप 250 में 7.72 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो माइक्रो और स्मॉल-कैप शेयरों में निवेशकों की निरंतर रुचि को दर्शाता है. मई में दूसरे प्रमुख सूचकांकों में भी वृद्धि दर्ज की गई.बेंचमार्क निफ्टी 50 में 1.71 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि निफ्टी नेक्स्ट 50 और निफ्टी मिडकैप 150 में क्रमशः 3.49 प्रतिशत और 6.30 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
निफ्टी 500 इंडेक्स में 3.50 फीसीदी की बढ़त
निफ्टी 500 सूचकांक में 3.50 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिसे औद्योगिक, उपभोक्ता विवेकाधीन और फाइनेंशियल सर्विस जैसे सेक्टर में मजबूत प्रदर्शन से सपोर्ट मिला. डिफेंस सेक्टर सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला क्षेत्र बनकर उभरा, जिसने अकेले मई में 21.84 प्रतिशत की तीव्र वृद्धि दर्ज की और पिछले वर्ष की तुलना में 30.78 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की. रिपोर्ट के अनुसार, एफएमसीजी और यूटिलिटीज को छोड़कर सभी प्रमुख क्षेत्रों में सकारात्मक रुझान दिखा. जिनमें एफएमसीजी में 0.09 प्रतिशत और यूटिलिटीज में 0.04 प्रतिशत की मामूली गिरावट देखी गई.
सोने में आई 0.74 फीसदी की गिरावट
फैक्टर-बेस्ड निवेश रणनीतियों ने भी स्थिर रिटर्न दिया. गति और गुणवत्ता सूचकांक में 5.40 प्रतिशत और 4.82 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि एन्हांस्ड वैल्यू और लो वोलेटिलिटी में क्रमशः 4.20 प्रतिशत और 1.39 प्रतिशत की वृद्धि हुई. कमोडिटीज की बात करें तो मई में सोने में 0.74 प्रतिशत की गिरावट देखी गई, क्योंकि भू-राजनीतिक तनाव खास तौर पर अमेरिका और चीन के बीच तनाव कम हुआ, जिससे सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने की मांग कम हुई.
रिपोर्ट बताती है कि मई में निवेशकों का भरोसा ब्रॉडर मार्केट में ज्यादा रहा, जिसमें मिड, स्मॉल और माइक्रो-कैप सेगमेंट में मजबूत भागीदारी देखी गई. विश्लेषकों का मानना है कि यह रुझान घरेलू आर्थिक विकास, सेक्टर-स्पेसिफिक मजबूती और अनुकूल वैश्विक संकेतों के प्रति आशावाद को दर्शाता है.
Read More at www.zeebiz.com