
एकादशी व्रत तोड़ने के लिए सबसे उपयुक्त समय सुबह का होता है. अगर कोई सुबह मुहूर्त के समय पारण नहीं कर पाए तो उसे मध्याह्न के बाद पारण करना चाहिए.

इस साल निर्जला एकादशी व्रत दो दिन 6 और 7 जून 2025 को किया जाएगा. ऐसे में जो लोग 6 जून को व्रत कर रहे हैं उन्हें एकादशी व्रत 7 जून को दोपहर 1.44 से शाम 4.31 के बीच करें.

वहीं जो लोग 7 जून 2025 को व्रत कर रहे हैं वह 8 जून 2025 को सुबह 5.23 मिनट से सुबह 7.17 मिनट के बीच व्रत का पारण करेंगे. इसी समय द्वादशी तिथि समाप्त होगी.

निर्जला एकादशी व्रत का पारण जल ग्रहण करके व तुलसी दल का सेवन करके किया जा सकता है. एकादशी व्रत खोलने के लिए दही, पनीर, घी, शहद या सूखे मेवे का सेवन कर सकते हैं.

इस दिन व्रत का पारण करते समय चावल जरुर खाना चाहिए. यह एकादशी व्रत का पूर्ण फल देता है. क्योंकि चावल देव अन्न है.

वहीं जो लोग निर्जला एकादशी का व्रत बिना पानी के कर रहे हैं. वह एकादशी के दिन तांबे के लौटे में जल रखें और द्वादशी तिथि पर पारण के समय सबसे पहले यही जल पिएं.
Published at : 07 Jun 2025 07:15 AM (IST)
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