Congress Meeting In Delhi: नई दिल्ली में हुई बैठक में कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे और नेता विपक्ष राहुल गांधी ने उत्तराखंड कांग्रेस के नेताओं के साथ उत्तराखंड में पार्टी की संगठनात्मक गतिविधियों और आगामी कार्यक्रमों के बारे में चर्चा की इस बैठक को मिशन 2027 से भी जोड़कर देखा जा रहा है,
बता दें कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे व लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश नेताओं को अनुशासन का पाठ पढ़ाया शीर्ष नेतृत्व ने हिदायत दी कि अनुशासनहीनता करने वाले नेताओं पर पार्टी सख्त कार्रवाई करेगी,कोई भी नेता एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी न करे, और 2027 विधान सभा चुनाव के लिए सभी नेता एकजुट होकर पार्टी के लिए काम करें,
राहुल गांधी ने दी नसीहत
नई दिल्ली में गुरुवार (5 जून 2025) को हुई बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे और राहुल गांधी ने प्रदेश नेताओं के साथ उत्तराखंड में पार्टी की संगठनात्मक गतिविधियों और आगामी कार्यक्रमों के बारे में चर्चा की. इस दौरान राहुल गांधी ने पार्टी में अनुशासन बनाने की हिदायत दी पार्टी नेता आपस में एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी न करें इसको लेकर विशेषकर समझाया गया. ये भी समझाया गया कि अनुशासन हीनता हुई तो पार्टी ऐसे नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी, राष्ट्रीय व प्रदेश स्तर पर पार्टी की ओर से जो कार्यक्रम तय किए जाते हैं, उसमें सभी नेताओं का शामिल होना जरूरी है नेताओं को व्यक्तिगत यात्रा, रैली व अभियान चलाने के बजाय पार्टी कार्यक्रमों में सक्रियत दिखानी चाहिए,
कुमाऊं व गढ़वाल मंडल में असंतुलन
बैठक में प्रदेश नेताओं ने कुमाऊं व गढ़वाल मंडल में संगठनात्मक असंतुलन का बात उठाई, उन नेताओं का तर्क था कि प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष कुमाऊं से है. इस पर राहुल गांधी ने तर्क दिया कि इससे पहले भी कुमाऊं से ही मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष व अध्यक्ष रहे हैं. शीर्ष नेताओं ने प्रदेश में संविधान बचाओ यात्रा, तिरंगा यात्रा, एक वोट मेरा अधिकार अभियान का फीडबैक भी लिया.
बैठक में कई लोग रहे मौजूद
बैठक में प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, सीडब्ल्यूसी सदस्य गुरदीप सिंह, सह प्रभारी सुरेंद्र शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व सीएम हरीश रावत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, गणेश गोदियाल, पूर्व मंत्री नवप्रभात, हरक सिंह रावत, गोविंद सिंह कुंजवाल, उप नेता भुवन कापड़ी, काजी निजामुद्दीन, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, विधायक ममता राकेश, तिलक राज बेहड़, रवि बहादुर समेत अन्य नेता मौजूद रहे.
2027 विधानसभा चुनाव लक्ष्य
इस बैठक को उत्तराखंड में होने वाले 2027 विधानसभा चुनाव के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इस बात से भी कोई इनकार नहीं किया जा सकता कि प्रदेश संगठन में कोई बड़ा बदलाव केंद्रीय नेतृत्व कर सकता है. फिलहाल केंद्रीय नेतृत्व का साफ तौर पर कहना है कि 2027 विधानसभा चुनाव जीतने के लिए सभी नेताओं को एक मंच पर आना होगा. और अगर अभी भी बाज नहीं आते हैं तो उनके खिलाफ पार्टी कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेगी. अब देखना यह होगा कि राहुल गांधी और खड़गे के इस आदेश के बाद क्या प्रदेश के तमाम बड़े नेता आपसी मन मुटाव भूल कर कांग्रेस के साथ एक प्लेटफार्म पर आते हैं या नहीं.
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