Earthquake in Karachi: पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर कराची में पिछले दो दिन में हल्की तीव्रता के कम से कम 21 भूकंप आए हैं, लेकिन इस हफ्ते के अंत में संभावित बड़े भूकंप को लेकर बुधवार (4 जून) को एक्सपर्ट में मतभेद था. कराची और उसके आसपास क्षेत्रों में रविवार रात से आए भूकंपों की तीव्रता कम से मध्यम श्रेणी में थी और इनकी तीव्रता 2.1 से 3.6 के बीच थी.
रविवार रात को 3.6 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया
रविवार रात को 3.6 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया, जिसके कारण शहर में मालिर जेल की दीवार ढह गई और लगभग 216 कैदी जेल से भाग गए. पाकिस्तान मौसम विभाग (PMD) ने नागरिकों को घबराने की सलाह नहीं दी है, क्योंकि उसके अधिकारियों का दावा है कि भूकंप की तीव्रता जल्द ही कम हो जाएगी. पीएमडी के महानिदेशक महर साहिबजाद खान ने कहा, ‘‘अगले दो से तीन दिन तक हल्की तीव्रता के भूकंप के झटके जारी रहेंगे और जैसे-जैसे भूकंप की तीव्रता कम होगी, स्थिति में सुधार होगा.’’
भूकंप समाचार और अनुसंधान केंद्र के सीईओ शाहबाज लघारी ने दावा किया है कि उनकी टीम ने कराची में हाल में आए भूकंपों का पहले ही अनुमान जताया था. उन्होंने कहा कि शुक्रवार और शनिवार की रात इस हफ्ते कराचीवासियों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं और सिंध सरकार को जनता को पहले से ही आगाह कर देना चाहिए.
किस कारण शहर में बार-बार भूकंप आ रहा है?
शाहबाज लघारी ने कहा, ‘‘हमारा रिसर्च दर्शाता है कि भूकंप के हल्के झटकों की एक श्रृंखला अक्सर संकेत देती है कि बड़ा भूकंप आने वाला है.’’ कराची के मुख्य मौसम विज्ञानी आमिर हैदर लघारी ने बताया कि कराची में ऐतिहासिक ‘फॉल्ट लाइन’ सक्रिय हो गई है और इसी कारण शहर में बार-बार भूकंप आ रहे हैं.
‘फॉल्ट लाइन’ का अर्थ है काफी पहले पृथ्वी की सतह पर या चट्टानों में बनी दरारें. कराची विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग के डॉ. इमरान अहमद खान ने कहा कि भारतीय, यूरेशियन और अरबियन प्लेटों के बीच असंतुलन शहर में भूकंप का कारण हो सकता है. उन्होंने कहा कि जब प्लेटों के बीच संतुलन स्थापित हो जाएगा तो संभवतः भूकंप रुक जाएंगे.
हालांकि, अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण एजेंसी (यूएसजीएस) और भारत के राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) ने रविवार से कराची और उसके आसपास के क्षेत्रों में एक भी भूकंप की घटना दर्ज नहीं की है.
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