Basti land dispute posh area clash elderly brothers attacked police investigation ann

Basti News: यूपी के बस्ती जिले में बेशकीमती जमीन पर कब्जे को लेकर दो पक्षों में तीखी झड़प हो गयी. जिसमें मालिकाना हक़ वाले पक्ष को मारपीट कर घायल कर दिया गया. मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के बैरियहवां गांव का है. फिलहाल कमिश्नर ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं, और पुलिस ने तहरीर के आधार पर कार्रवाई शुरू कर दी है.

दरअसल शहर के पॉश इलाके में स्थित इस करोड़ों की जमीन पर मालिकाना हक को लेकर दो बुजुर्ग भाई, कृष्णचंद्र श्रीवास्तव और प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव, और विपक्षी नीरज व पंकज त्रिपाठी दावा जता रहे हैं.

ये है पूरा मामला

बुजुर्ग भाइयों का कृष्णचन्द्र श्रीवास्तव और प्रकाश चन्द्र का  दावा है कि गाटा संख्या-401 में उनकी 3 बिस्वा पुश्तैनी जमीन है, जोकि राजस्व अभिलेखों में दर्ज है. जबकि विपक्षी नीरज और पंकज त्रिपाठी ने इस पर कब्जा कर रखा है. कई सालों से जिला प्रशासन के चक्कर काटने के बाद भी कब्जा न मिलने पर दोनों भाइयों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई थी. सीएम के आदेश पर राजस्व विभाग ने पुलिस की मौजूदगी में पैमाइश की,  जिसके बाद 3 बिस्वा जमीन बुजुर्गों की पुष्टि हुई और चौहद्दी कर दोनों भाइयों को कब्जा दिलाया गया.

विपक्षियों नें नहीं माना फैसला

जानकारी के मुताबिक पैमाइश के बाद जब पीड़ित बुजुर्ग और उनका परिवार जमीन पर कब्जा करने गया. रात करीब 1 बजे 50 से अधिक दबंगों ने लाठी, डंडों और पत्थरों से हमला कर दिया. इस हमले में बुजुर्गों, उनकी पत्नी, बहू और बेटे को बुरी तरह मारपीट कर लहूलुहान कर दिया गया. पीड़ित प्रेम प्रकाश ने बताया कि हमलावरों ने साजिश के तहत पहले इलाके की बिजली कटवाई, फिर जानलेवा हमला किया. उन्होंने  रौता चौकी इंचार्ज पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी मौजूदगी में यह सब हुआ, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.

विपक्षियों का दावा

उधर नीरज और पंकज त्रिपाठी के मुताबिक यह जमीन पिछले 50 सालों से उनके कब्जे में है और उन्होंने इसे एक ढाबे वाले को किराए पर दिया हुआ है, जोकि उनकी आय का एकमात्र जरिया है. यही नहीं उनकी बेटियों ने दिन में आंसू बहाते हुए वीडियो बनाया और सीएम के आदेश को मानने से इनकार कर दिया. फिर रात होते ही इन्हीं दबंगों ने गुंडों को बुलाकर हमला करवा दिया.

प्रशासन पर सवाल

पीड़ित ने स्थानीय प्रशासन पर सवाल उठाए हैं. उनके मुताबिक जब उनका कब्जा हो गया और पैमाइश भी हो गयी तो फिर कब्जाधारी कब्जा क्यों नहीं दे रहे? आखिर किसकी शह पर दोबारा कब्जा कर लिया.

कमिश्नर ने दिए जांच के आदेश

जब मामला कमिश्नर के संज्ञान में डाला गया तो बस्ती मंडल के कमिश्नर अखिलेश सिंह ने मामले की जानकारी ली और डीएम रवीश कुमार गुप्ता को जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिए. एडीएम और एएसपी की टीम इस विवाद की जांच कर रही है. वहीँ एसडीएम सदर शत्रुघ्न पाठक ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है.जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

Read More at www.abplive.com