Bihar News: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने बिहार सरकार (Bihar Government) और राज्य के पुलिस प्रमुख को उन खबरों पर नोटिस जारी किया है, जिनमें कहा गया है कि पटना के पीएमसीएच (PMCH) में दम तोड़ने वाली एक रेप पीड़िता अस्पताल में बिस्तर दिए जाने से पहले कथित तौर पर कई घंटों तक एंबुलेंस में पड़ी रही. इस पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है.
एनएचआरसी ने सोमवार (02 जून, 2025) को एक बयान में कहा कि नौ वर्षीय लड़की के साथ 26 मई को मुजफ्फरपुर जिले में “दरिंदगी” की गई और उसे 30 मई को गंभीर हालत में पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच) लाया गया. यदि खबर की विषय-वस्तु सत्य है तो यह मानवाधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा उठाती है.
रिपोर्ट के लिए दो सप्ताह का दिया गया समय
एनएचआरसी की ओर से कहा गया कि इस संबंध में बिहार के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को नोटिस जारी कर दो सप्ताह में विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है. जारी नोटिस में बताया गया है कि एनएचआरसी ने मीडिया में आई एक खबर का स्वत: संज्ञान लिया है, जिसमें कहा गया है कि एक जून को बलात्कार और क्रूर हमले की शिकार नौ वर्षीय लड़की की पीएमसीएच (पटना) में मौत हो गई. कथित तौर पर वह इलाज के लिए अस्पताल में बिस्तर मिलने से पहले कई घंटों तक एंबुलेंस में पड़ी रही.
बयान में यह भी कहा गया कि एक जून को मीडिया में आई खबर के अनुसार, अपराधी ने पहले भी 12 वर्षीय एक अन्य लड़की के साथ ऐसा ही अपराध किया था और उसे मारने का प्रयास किया था. बता दें कि इस घटना को लेकर विपक्ष की ओर से भी सरकार पर हमला किया गया है. तेजस्वी यादव ने भी बिहार में बढ़ते अपराध पर सवाल उठाते हुए सरकार को घेरा है. अब देखना होगा कि इस पूरे मामले में क्या रिपोर्ट दी जाती है.
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