Medical camp organized in Varanasi Treatment of diseases with mantras ann

Mantra Chikitsa in Varanasi: धर्म नगरी काशी को योग और तंत्र-मंत्र का केंद्र भी माना जाता है. लेकिन वर्तमान में यह शहर आधुनिक चिकित्सा का भी महत्वपूर्ण स्थल बन चुका है. इसके अलावा इस शहर के कोने-कोने में अनेक तप साधना का भी अनुभव किया जाता है, जिससे बड़ी से बड़ी समस्या और रोगों का भी समाधान संभव करने का दवा होता है. कुछ ऐसी ही बातें इन दिनों सुद्धिपुर में लगे एक शिविर से सामने निकल कर आ रही है.

असाध्य रोगो को ठीक करने के लिए लगा शिविर

वाराणसी के सुद्धिपुर क्षेत्र में एक शिविर लगा है जहां पर मंत्रों की सहायता से असाध्य रोग ठीक करने का दावा किया जा रहा है. इस शिविर में भाग लेने के लिए बड़ी संख्या में बुद्धिजीवी वर्ग भी पहुंच रहे हैं. मंत्रों के जानकार अमृतेश कुमार नें बताया कि- वाराणसी में सुबह शाम यह शिविर लगाया जा रहा है जिसमें मंत्रों की मदद से मानसिक और शारीरिक संबंधित कई रोग ठीक किया जा रहा है.

यह शिविर 21 दिनों तक चलेगा जो 15 जून को समाप्त होगा. इस शिविर में 3000 मंत्रो की मदद से हार्ट, किडनी, हड्डी, त्वचा, न्यूरो और मानसिक संबंधित रोगों को ठीक किया जा रहा है. शिविर के डेढ़ घंटे की अवधि के दौरान मंत्र जाप के साथ-साथ तकरीबन 40 से 45 मिनट तक योग भी कराया जा रहा है जिसमें आने वाले लोग ध्यान-योग मुद्रा में बैठे होंगे.

शिविर में पहुंचे लोगों का सुनिए क्या है अनुभव

 वाराणसी में मंत्रों की मदद से लोगों को ठीक करने वाले इस शिविर में पहुंचे लोगों का भी मानना है कि शुरुआती अवधि के दौरान उन्हें एक नया आत्मविश्वास मिल रहा है. बलिया के रामकृपाल का कहना है कि- वह महीनों से इस मुहीम से जुड़े हुए हैं और उनके पूरे परिवार को काफी लाभ पहुंचा है. वहीं BHU की प्रोफेसर अपर्णा का भी कहना है कि- वह कई सालों से अपने बेटे को इस शिविर में ला रही हैं और आधे घंटे के इस सत्र के दौरान उनके शरीर को मंत्रों की मदद से ऊर्जा मिलती है.

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