
शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या से मुक्ति पाने के लिए शनि जयंती के दिन इन मंत्रों का जाप करना चाहिए. शनि के अशुभ प्रभाव कम होते हैं.

शनि देव के मंत्र ‘ऊं प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:’का जाप करने से शनि दोष से मुक्ति मिलती है. ये शनि देव का मंत्र व्यक्ति को पापों से मुक्ति दिलाता है. ऐसी मान्यता है.

शनि की कुद्रष्टि से रक्षा के लिए शनि जयंती के दिन अधोदृष्टे: नमस्तेऽस्तु संवर्तक नमोऽस्तु ते। नमो मन्दगते तुभ्यं निस्त्रिंशाय नमोऽस्तुते। मंत्र का जाप करना शुभ होता है.

आर्थिक और मानसिक रूप से परेशान हैं और सारे कार्य विपल हो रहे हैं तो शनि जयंती पर वैदिक मंत्र का जाप जरुर करें- ऊँ शन्नो देवीरभिष्टडआपो भवन्तुपीतये।

शनि देव का आरोग्य मंत्र – ध्वजिनी धामिनी चैव कंकाली कलहप्रिहा।

ओम भगभवाय विद्महैं मृत्युरुपाय धीमहि तन्नो शनिः प्रचोद्यात्। – इस मंत्र का जाप करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं. ये मंत्र विशिष्ट कामना की पूर्ति के लिए 108 बार शनि जयंती पर जपें.
Published at : 25 May 2025 08:04 AM (IST)
ऐस्ट्रो फोटो गैलरी
ऐस्ट्रो वेब स्टोरीज
Read More at www.abplive.com