जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार (24 मई, 2025) को कहा कि वो सिर्फ मिलिट्री के बड़े अधिकारियों से ही बातचीत करेंगे. पाकिस्तान की शहबाज शरीफ को कठपुतली सरकार बताते हुए कहा कि उनका कोई आधार नहीं है.
तहरीक ए इंसाफ के संस्थापक इमरान खान अगस्त 2023 से जेल में बंद हैं. अप्रैल 2022 में सत्ता गंवाने के बाद से उन पर कई केस चल रहे हैं. इमरान खान ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि कठपुतली पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सरकार के साथ किसी भी तरह की बातचीत करना बेकार है. इस अवैध फॉर्म-47 स्थापित सरकार ने पहले ही दो महीने बर्बाद कर दिए हैं. इसके पास कोई वास्तविक शक्ति नहीं है.
‘पाकिस्तान में अब जंगल का कानून है’
इमरान खान ने कहा कि बातचीत केवल उन लोगों के साथ की जाएगी जो वास्तव में सत्ता में हैं. खान ने आरोप लगाया कि मनगढ़ंत राजनीतिक मामले, जबरन अपहरण और जबरन प्रेस कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य पीटीआई सदस्यों को सार्वजनिक रूप से पार्टी से अलग होने के लिए मजबूर करना है. उन्होंने जोर देकर कहा कि ये सभी साबित करते हैं कि कानून का शासन पूरी तरह से खत्म हो गया है. अब हमारे पास जंगल का कानून है.
आसिम मुनीर की पदोन्नति की आलोचना की
उन्होंने 9 मई 2023 की घटनाओं से संबंधित चल रहे मुकदमों की भी निंदा की और कहा कि यह पीटीआई को कुचलने के लिए एक झूठा अभियान है. उन्होंने आगे कहा कि आज तक कोई सीसीटीवी फुटेज पेश नहीं किया गया है. किसी भी बातचीत के प्रयासों के दावों का खंडन करते हुए खान ने कहा कि किसी ने भी मुझसे बातचीत के लिए संपर्क नहीं किया.
एक्स पर दिए गए बयानों में बताया गया है कि इमरान खान रावलपिंडी की अदियाला जेल से अपने मैसेज को वकीलों के साथ शेयर करते हैं, जो फिर उन्हें अपने अकाउंट पर पोस्ट करते हैं. पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर की फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नति की भी इमरान खान ने आलोचना की थी और कहा था कि राजा की उपाधि इससे अधिक उपयुक्त होती.
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