अमेरिकी शेयर बाजार शुक्रवार को लाल निशान में हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से एपल के खिलाफ टैरिफ के संभावित एक्शन और यूरोपियन यूनियन पर 1 जून से 50 प्रतिशत के टैरिफ के ऐलान के बाद अमेरिकी शेयरों में गिरावट है। CNBC के मुताबिक, डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 413 पॉइंट्स या 1 प्रतिशत तक लुढ़क गया। S&P 500 1.2 प्रतिशत और नैस्डेक कंपोजिट 1.6 प्रतिशत तक नीचे आया।
एपल के शेयरों में 3.5 प्रतिशत तक की गिरावट दिखी। ट्रंप ने एपल को चेतावनी दी है कि अमेरिका में बिक्री के लिए आईफोन अमेरिका में ही बनने चाहिए, भारत या किसी अन्य देश में नहीं। अगर एपल इसका पालन करने में नाकाम रहती है तो कंपनी पर कम से कम 25% टैरिफ लगाया जाना चाहिए।
इसके अलावा चिप कंपनियों के शेयरों में भी गिरावट है। माइक्रोन के शेयर 2.5 प्रतिशत और क्वालकॉम के शेयर 3.3 प्रतिशत तक टूटे। NVIDIA के शेयर 1 प्रतिशत लुढ़के हैं।
यूरोपियन स्टॉक्स में भी गिरावट
CNBC के मुताबिक, प्रीमार्केट ट्रेडिंग में कई यूरोपीय बैंकों और कई बड़े शेयरों में गिरावट देखी गई। अमेरिका में लिस्टेड Deutsche Bank के शेयर 5.1 प्रतिशत तक टूटे। वहीं HSBC और ING Groep के शेयरों में लगभग 2-2% तक की गिरावट आई। स्पेन की Banco Santander के शेयर लगभग 1.9% लुढ़के। Stoxx Europe 600 इंडेक्स 1.5% तक नीचे आया।
ट्रंप ने यूरोपियन यूनियन (EU) पर 50% के सीधे टैरिफ की सिफारिश की है, जो 1 जून 2025 से शुरू होगा। अगर प्रोडक्ट संयुक्त राज्य अमेरिका में मैन्युफैक्चर हुआ है तो कोई टैरिफ नहीं लगेगा। ट्रंप का कहना है कि यूरोपियन यूनियन के साथ बातचीत कहीं भी नहीं पहुंच रही है।
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पहले अप्रैल में लागू होने वाले थे टैरिफ
ट्रंप ने पहले इस साल मार्च में EU के देशों के सामान पर कुछ नए टैरिफ की घोषणा थी। बदले में EU ने भी लगभग 21 अरब यूरो के अमेरिकी सामान पर टैरिफ को मंजूरी दी थी। लेकिन फिर 9 अप्रैल को ट्रंप ने चीन को छोड़कर अन्य सभी देशों के लिए 90 दिन के पॉज का ऐलान किया। इसके तहत 90 दिन के लिए रेसिप्रोकल टैरिफ की केवल 10 प्रतिशत की दर लागू करने की घोषणा की गई। इसके बाद यूरोपियन यूनियन की ओर से भी जवाबी टैरिफ को 90 दिनों के लिए टालने का ऐलान किया गया।
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