ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत की ओर से आतंकी ठिकानों पर किए गए एयरस्ट्राइक के बाद बौखलाए पाकिस्तान ने भारत पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला करने की नाकाम कोशिश की थी। जिसके बाद भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के कई सैन्य ढांचे और एयरबेस को क्षतिग्रस्त कर दिया था तब पूरी दुनिया ने माना कि भारत ने अपने दुश्मन को करारा जवाब दिया। लेकिन हैरानी की बात ये है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ इस करारी शिकस्त को जीत बताने में लगे हुए हैं। इतना ही नहीं उन्होंने इस झूठी जीत पर पाक आर्मी चीफ आसिम मुनीर को प्रमोशन देते हुए फील्ड मार्शल भी बना दिया। हालांकि ,पाकिस्तान में कोई भी इस झूठ को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है। इसी बीच एक वरिष्ठ पाकिस्तानी सीनेटर उमर फारूक ने नेशनल असेंबली के भीतर इस झूठ का भंडाफोड़ कर दिया है।
क्या कहा उमर फारुक ने?
पाकिस्तान के नेशनल असेंबली में बोलते हुए सीनेटर उमर फारूक ने कहा कि हम हिंदुस्तान को लेकर चर्चा कर रहे हैं, लेकिन हमारी अपनी संस्थाओं को लेकर कोई बात क्यों नहीं की जाती है? उन्होंने बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना के अत्याचार का मुद्दा उठाया और कहा कि हम उनसे क्यों नहीं पूछते कि आप वहां क्या कर रहे हो? उन्होंने सवाल उठाया कि बलूचिस्तान में आम लोगों पर जुल्म ढाने वाली सेना आखिरकार भारत के हमले को रोकने में क्यों नाकाम हो गई? उन्होंने आसिम मुनीर के प्रमोशन पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि घोषणा अगले दिन शाम को ताजपोशी कर दी गई, आखिर आसिम मुनीर को फील्ड मार्शल बनाने की इतनी जल्दबाजी क्या थी? उन्होंने आगे कहा कि ‘भारत चकलाला एयरबेस तक आके ठोक गया। हमारा आर्मी GHQ इसके पास में ही था। कोई (फौज से) ये नहीं पूछ रहा कि भारत इतना अंदर तक कैसे आ गया?”
“भारत चकलाला एयरबेस तक आके ठोक गया
हमारा आर्मी GHQ इसके पास में ही था
कोई ये नहीं पूछ रहा कि भारत इतना अंदर तक कैसे आ गया”पाकिस्तान की पोल खोल दी इस सीनेटर ने 😂 pic.twitter.com/iZ7mJzpqfp
—विज्ञापन—— Shivam Tyagi (Modi Ka Parivar) (@ShivamSanghi12) May 22, 2025
पाकिस्तान आर्मी पर उठाए सवाल
उमर फारूक ने कहा, किसी ने ये नहीं पूछा कि GHQ (आर्मी हेडक्वार्टर) से 5 किलोमीटर दूर चकलाला (नूर खान) एयरबेस तक भारत का ड्रोन कैसे पहुंचा? ये धमाका कैसे हुआ? अगर हमारे यहां तक आ सकता है तो इसके लिए तो हमें अफसोस है। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी लड़ाई लड़ने के लिए ज्वाइंट सेशन होना चाहिए। ज्वाइंट सेशन की इजाजत से हमारे मुल्क को लड़ना चाहिए। फारूक ने सदन में पूछा, ‘अगर एक ड्रोन इतनी दूर तक आकर हमला कर सकता है तो ये हमारी सुरक्षा व्यवस्था की नाकामी नहीं तो और क्या है?’
बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी। इस हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ कहा था कि आतंकियों को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। भारत ने वादा निभाया और आतंकवाद के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद 9 आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया। इसमें 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए, जिनमें जिनमें जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का भाई भी शामिल था।
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