Pakistan Field Marshal Asim Munir: पाकिस्तान सरकार ने सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर को मंगलवार (20 मई 2025) को पदोन्नत कर फील्ड मार्शल बनाने का फैसला किया. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना से बूरी तरह पीटने के बाद भी शहबाज सरकार ने आसिम मुनीर को प्रमोशन किया, जिस पर पूरी दुनिया हंस रही है. पाकिस्तान की सत्ता में सेना का कितना दखल होता है ये किसी से छिपा नहीं है.
क्यों अपनी ताकत बढ़ा रहे आसिम मुनिर?
इस बीच पाकिस्तान में इस बात को लेकर राजनीति गरमाई हुई है कि आसिम मुनीर ने खुद ही ये पद ले लिया, ताकि वह अपनी ताकत बढ़ा सके. ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान घुसकर एक कोने से दूसरे कोने में इतनी तबाही मचाई जिसे वह सदियों तक याद रखेगा. आतंकियों की मदद कर रहे पाकिस्तानी सेना को मुंहतोड़ जवाब देते हुए इंडियन आर्मी ने उसके कई एयरबेस और आर्मी कैंप को ध्वस्त किया. पाकिस्तान की हालत ये हो गई थी कि उसे सीजफायर के लिए गिड़गिड़ाना पड़ा.
PAK आर्मी चीफ का सबसे बड़ा डर
आसिम मुनिर को यह पता है कि भारतीय सेना ने उनके कई ठिकानों को ध्वस्त कर दिया है. वह अपनी ताकत इसलिए बढ़ा रहे हैं ताकि ऑरपेशन सिंदूर के दैरान पाकिस्तान की हार को लेकर उनके खिलाफ कोर्ट मार्शल न हो सके. पाकिस्तान के इतिहास को देखें तो सैन्य तानाशाह की लंबी लिस्ट है. आसिम मुनिर ने खुद पाकिस्तान की सत्ता अभी तक अपने हाथों में नहीं ली क्योंकि उन्हें जनरल परवेज मुशर्रफ के खिलाफ हुई बगावत का डर है.
छवि सुधारने की कोशिश कर रहा पाकिस्तान
परवेज मुशर्रफ ने आठ साल तक पाकिस्तान पर राज किया. उन्होंने शहबाज शरीफ के बड़े भाई नवाज शरीफ को सत्ता से बेदखल कर खुद कमान संभाल ली थी. साल 2007 में पाकिस्तान की जनता उनके खिलाफ सड़कों पर उतर आई थी. हालांकि इसके बाद भी पाकिस्तान को सेना के इशारों पर चलने वाली सरकारें ही आई. जानकार मानते हैं कि दुनियाभर में लोकतंत्र के मामले में भी पाकिस्तान बदनाम है. इस छवि को सुधारने के लिए भी पाकिस्तान की सरकार ने ऐसा करने का फैसला किया.
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