पूर्व राज्यपाल पर CBI ने कसा शिकंजा, सत्यपाल मलिक समेत 6 लोगों पर आरोप पत्र किया दायर

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) किरू जलविद्युत भ्रष्टाचार मामले की जांच कर रही है। अब इस मामले में जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। बताया जा रहा है कि इस मामले में CBI ने सत्यपाल मलिक और 5 अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। अधिकारियों ने गुरुवार को इसकी जानकारीमीडिया से साझा की है।

सत्यपाल मलिक ने उठाया था इस मामले को 

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2024 में CBI ने किरू हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट के लिए 2200 करोड़ रुपये के सिविल कॉन्ट्रेक्ट देने से जुड़े कथित भ्रष्टाचार की जांच के तहत दिल्ली और जम्मू में 8 स्थानों पर तलाशी ली थी। यह जांच 20222 में जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा किए गए अनुरोध से उपजी है, जिसमें दो प्रमुख अनुबंधों के पुरस्कार में संदिग्ध अनियमितताओं की सीबीआई जांच की  गई थी। इसे शुरू में सत्यपाल मलिक द्वारा उठाया गया था, जिन्होंने 23 अगस्त 2018 से 30 अक्टूबर 2029 तक जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल के रूप में कार्य किया।

 300 करोड़ की रिश्वत का लगाया था आरोप

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पूर्व राज्यपाल सत्यपाल ने सार्वजनिक रूप से आरोप लगाया था कि उन्हें दो फाइलों को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई थी, जिनमें से एक कीरू परियोजना से संबंधित थी। अप्रैल 2022 में सीबीआई ने सत्यपाल द्वारा लगाए गए आरोपों से जुड़े मामले की जांच शुरू कर दी।

जांच के दायरे में कई लोग

सीबीआई की जांच के दायरे में कई लोग आए हैं। बताया जा रहा है कि इस मामले में सत्यपाल मलिक के अलावा Chenab Valley Power Projects Private Limited (CVPPPL) के पूर्व अध्यक्ष नवीन कुमार चौधरी, पूर्व अधिकारी एमएस बाबू, एम के मित्तल और अरुण कुमार मिश्रा के साथ-साथ ठेका प्राप्त करने वाली कंपनी पटेल इंजीनियरिंग लिमिटेड भी शामिल है।

सत्यपाल मलिक की बिगड़ी तबियत

इस बीच पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के अधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट किया गया जिसमें बताया गया कि उनकी तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है और फिलहाल वह किसी से बात करने में असमर्थ हैं। पोस्ट में जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल की अस्पताल के बिस्तर पर लेटी हुई तस्वीर भी शामिल है।

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