DoT लॉन्च कर दिया Financial Fraud Risk Indicator, करोड़ों यूजर्स को मिलेगी राहत

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Image Source : फाइल फोटो
दूरसंचार विभाग की तरफ से लॉन्च किया गया नया टूल।

स्मार्टफोन और इंटरनेट ने हमारी जिंदगी को काफी आसान बनाया है। स्मार्टफोन और इंटरनेट के जरिए हम अपने डेली रूटीन लाइफ के कई सारे काम करते हैं। स्मार्टफोन और इंटरनेट से हमें काफी बड़ी मदद मिलती है लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हैं। स्मार्टफोन की पहुंच बढ़ने के बाद से ऑनलाइन फ्रॉड और स्कैम के मामलों में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है। बढ़ते फ्रॉड पर लगाम कसने के लिए दूरसंचार विभाग और टेलिकॉम कंपनियां नए नए नियम लागू कर रही हैं।  अब DoT ने फाइनेशियल फ्रॉड को खत्म करने के लिए नया कदम उठाया है। 

साइबर क्रिमिनल्स लोगों को ठगी का शिकार बनाने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। वहीं क्रिमिनल्स के मंसूबों पर पानी फेरने के लिए केंद्र सरकार का दूरसंचार विभाग भी नए नए नियम लागू कर रहा है। अब फाइनेंशियल फ्रॉड को रोकने के लिए DoT की तरफ से फाइनेशियल रिक्स इंडिकेटर लॉन्च किया गया है। DoT का नया फाइनेंशियल रिस्क इंडिकेटर करोड़ों यूजर्स को बड़ी राहत देने वाला है। 

करोड़ों मोबाइल यूजर्स को मिलेगी राहत

फाइनेंशियल रिस्क इंडिकेटर के लॉन्च के बाद दूरसंचार विभाग की तरफ से आधिकारिक बयान जारी करके बताया गया कि अगर कोई मोबाइल नंबर फ्रॉड से संबंधित काम में शामिल होने के लिहाज से संदिग्ध पाया जाता है तो यह नया फाइनेशियल रिस्क इंडिकेटर टूल उसे आसानी से पहचान लेगा। ऐसे में अगर किसी नंबर पर जब भी कोई ऑनलाइन पेमेंट होगा तो यह फाइनेशियल रिस्क इंडिकेटर टूल अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करेगा और उसे वेरिफाई करेगा।

जानकारी के मुताबिक यह नया टूल दूरसंचार और वित्तीय दोनों क्षेत्रों में होने वाले धोखाधड़ी के मामलो में संलिप्त नंबरों की जांच करेगा। FRI टूल एक जोखिम आधारित मैट्रिक के रूप में काम करता है जो कि वित्तीय धोखाधड़ी के संबंधित जोखिम के आधार पर मोबाइल नंबर को ‘मध्यम’, ‘उच्च’ या ‘बहुत उच्च’ के रूप में वर्गीकृत करता है। कौन सा नंबर कितना जोखिम भरा है इसे पहचानने के लिए यह नया टूल कई स्रोतों से एकत्रित किए गए डेटा का इस्तेमाल करता है।

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