Yusuf Pathan Terror Outreach Delegation: ‘ऑरेशन सिंदूर’ के तहत भारत सरकार ने पाकिस्तान को विश्व पटल पर घेरने की योजना बनाई है। सरकार ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान की पोल खोलने के लिए 7 ऑल-पार्टी डेलिगेशन अलग-अलग देशों में भेजने का ऐलान किया है। जिसमें टीएमसी सांसद और पूर्व क्रिकेटर युसुफ पठान का नाम भी शामिल था। हालांकि, डेलिगेशन में शामिल सांसदों के नाम के ऐलान के बाद पठान ने अपना नाम वापस ले लिया है।
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टीएमसी के दो नेताओं के अनुसार, पार्टी ने इस बात पर आपत्ति जताई है कि सरकार ने पार्टी से परामर्श किए बिना सीधे टीएमसी सांसद को मनोनीत कर दिया। सोमवार को कोलकाता एयरपोर्ट पर टीएमसी राष्ट्रीय महासचिव और लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा, ‘केंद्र सरकार तृणमूल के प्रतिनिधि पर कैसे फैसला कर सकती है। उन्हें विपक्ष के साथ चर्चा करके तय करना चाहिए था कि कौन सी पार्टी किस प्रतिनिधि को भेजेगी? भाजपा कैसे तय कर सकती है कि तृणमूल किस प्रतिनिधि को भेजेगी? तृणमूल बैठक का बहिष्कार नहीं कर रही है? तृणमूल एकमात्र पार्टी है जिसने राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले का राजनीतिकरण नहीं किया है।’
रिपोर्ट्स के अनुसार, यूसुफ पठान ने भारत सरकार को यह जानकारी दे दी है कि वह इस दौरे के लिए उपलब्ध नहीं होंगे। पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी चीफ ममता बनर्जी ने कहा कि अगर उनसे किसी पार्टी नेता का नाम भेजने के लिए कहा जाएगा तो टीएमसी उस नाम पर फैसला करेगी। सूत्रों की माने तो सरकार ने सांसद यूसुफ पठान से सीधे संपर्क किया था। माना जा रहा है कि इससे खफा टीएमसी ने युसूफ से सरकार को मना करने के लिए कहा होगा।
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