Muthoot Finance outlook : 7% गिरावट के साथ मुथूट फाइनेंस आज का एक्सीडेंट बना है। बाजार को कंपनी के चौथी तिमाही के नतीजे पसंद नहीं आए हैं। कंपनी के नतीजों की बात करें तो चौथी तिमाही में कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 42.7 फीसदी बढ़ कर 1,508 करोड़ रुपए पर रहा है। वहीं, पिछले वित्त वर्ष का समान अवधि में का मुनाफा 1,056.3 करोड़ रुपए रहा था। 31 मार्च 2025 को खत्म हुए चौथी तिमाही में मुथूट फाइनेंस की ब्याज से होने वाली कमाई सालाना आधार पर 36 फीसदी बढ़कर 2,904 करोड़ रुपए पर रही है जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 2,135 करोड़ रुपए रही थी। चौथी तिमाही में कंपनी का लोन AUM सालाना आधार पर 37 फीसदी बढ़कर 1.22 लाख करोड़ रुपए रहा।
मुथूट फाइनेंस में गिरावट क्यों?
अच्छे तिमाही आंकड़ों के बावजूद आज इस शेयर में भारी गिरावट हुई है। फिलहाल 2.35 बजे के आसपास ये शेयर 156.40 रुपए यानी 6.92 फीसदी की गिरावट के साथ 2104 रुपए के आसपास कारोबार कर रहा है। आज का इसका दिन का लो 2,085 रुपए और दिन का हाई 2,275 रुपए है। मुथूट फाइनेंस की चमक क्यों उड़ी? इसकी पड़ताल करें तो पता चलता है कि कंपनी के मैनेजमेंट ने कहा है कि सोने में उतार-चढ़ाव का कारोबार पर खास असर नहीं हुआ है। 4-5 तिमाहियों से मार्जिन 9.5 फीसदी पर बना हुआ है। उतना ही आगे भी बरकरार रहेगा। मैनेजमेंट की यह कमेंट्री बाजार को पसंद नहीं आई है।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि गिरते हुए सोने के दाम AUM ग्रोथ पर असर डालेंगे। लोन खाते और ग्राहकों की संख्या सिर्फ 2 फीसदी बढ़ी है। गोल्ड लोन कारोबार के धीमे रहने का भी अनुमान लगाया गया है। वित्त वर्ष 2026 के लिए गोल्ड लोन कारोबार गाइडेंस 15 फीसदी है। वहीं, वित्तवर्ष 2025 के लिए ये गाइडेंस 40 फीसदी था। कंपनी ने ये भी कहा है कि वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में गाइडेंस की फिर समीक्षा करेंगे।
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MFI कारोबार बड़ा सिरदर्द
कंपनी के MFI पोर्टफोलियो की एसेट क्वालिटी और बिगड़ी है। RBI के नए नियमों के तहत LTV पर कोई राहत नहीं मिली है। एक्सपर्ट्स का का कहना है कि बढ़ता हुआ रेगुलेटरी और कॉम्पिटिशन का रिस्क शेयर पर भारी पड़ सकता है।
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