Editor’s Take: कल की भारी गिरावट में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की बड़ी भूमिका रही. उन्होंने कैश, इंडेक्स और स्टॉक फ्यूचर्स में मिलाकर कुल 14,400 करोड़ रुपये की बिकवाली की. वहीं, घरेलू निवेशकों ने 4,300 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जिससे बाजार में कुछ संतुलन बना रहा. कमोडिटी मार्केट में भी हलचल दिखी. कच्चा तेल लगातार चौथे दिन चढ़ा और 2.5% की तेजी के साथ 66 डॉलर के पार पहुंच गया. अब सवाल ये है कि FIIs का मन क्यों बदला, इतना क्यों बेचा? इसपर अनिल सिंघवी ने जवाब दिया है. साथ में उन्होंने अन्य 4 सवालों पर भी जवाब दिए हैं. महंगाई में कमी, बाजार के लिए कितनी पॉजिटिव? क्या 25000 को पार करना मुश्किल है? क्या मिड-स्मॉलकैप खरीदना लार्जकैप से बेहतर? किस सेक्टर में हो सकती है बड़ी तेजी?
FIIs का मन क्यों बदला, इतना क्यों बेचा?
– कल FIIs ने कैश, स्टॉक, इंडेक्स फ्यूचर्स में मिलाकर `14,400 Cr की बड़ी बिकवाली की
– Paytm, KFintech की 3900 Cr की दो डील का आंकड़ा हटा दें तो कैश में भी हल्की खरीदारी
– घरेलू फंड्स मे `4274 Cr की अच्छी खरीदारी की
– FIIs की बिकवाली की सबसे बड़ी वजह, अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड डील
– FIIs ने सोचा नहीं था कि डील इतनी जल्दी और आसानी से होगी
– थोड़ा पैसा भारत से चीन में जाने का डर
– पता सोमवार को भी था लेकिन उस दिन शॉर्टकवरिंग पड़ी भारी
– ऑपरेशन सिंदूर रुका है, खत्म नहीं हुआ, इस वजह से भी आई थोड़ी मुनाफावसूली
– 25000 के बड़े लेवल के आसपास आई थोड़ी बिकवाली
महंगाई में कमी, बाजार के लिए कितनी पॉजिटिव?
– इकोनॉमिक मोर्चे पर एक के बाद एक अच्छी खबर
– लगातार 6 महीने गिरकर महंगाई 6 साल के निचले स्तर पर पहुंची
– RBI के लिए ब्याज दरें घटाना होगा आसान
क्या 25000 पार करना मुश्किल है?
– पिछले 2 दिनों की चाल से साफ है बाजार अब थोड़ा समय बिताएंगे
– इकोनॉमी के ट्रिगर्स बाजार को ज्यादा गिरने नहीं देंगे
– FIIs की मुनाफावसूली रही तो ज्यादा बढ़ नहीं पाएंगे
– ऐसे में पिछले तीन दिनों की रेंज टूटने का करें इंतजार
– शुक्रवार का low 24000 रहेगा मजबूत सपोर्ट
– कल के high 25000 पर रहेगी रुकावट
– FIIs का मूड तय करेगा रेंज किस तरफ तोड़ेंगे बाजार
– तब तक शेयर और सेक्टर स्पेसिफिक एक्शन पर करें फोकस
किस सेक्टर में हो सकती है बड़ी तेजी?
– डिफेंस सेक्टर की हो सकती है री-रेटिंग
– विदेशी कंपनियों के मुकाबले में कम कॉस्ट में बेहतरीन प्रोडक्ट
– ऑपरेशन सिंदूर में डिफेंस कंपनियों ने अपने प्रोडक्ट्स की ताकत दिखा दी
– ना सिर्फ छोटे बल्कि अब बड़े देशों से भी मिलेंगे ऑर्डर
– भारत की डिमांड तो रहेगी ही
– डिफेंस शेयरों के वैल्युएशन अब महंगे ही रहेंगे
– फिर भी ग्लोबल डिफेंस शेयरों के मुकाबले हैं सस्ते
– छोटे शेयरों के वैल्युएशन ठीक हैं ज्यादा तेजी अभी हुई नहीं
– मिड-स्मॉलकैप में FIIs की बिकवाली का डर भी कम
– अमेरिका में महंगाई घटना भी पॉजिटिव संकेत
– नैस्डैक की तेजी से IT शेयरों में रहेगी मजबूती
– MSCI इंडेक्स में फिर से शामिल ना होने से Paytm रहेगा दबाव में
– Nykaa में भी ऊपरी स्तरों से आ सकती है मुनाफावसूली
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