Raymond Shares: रेमंड के शेयर में 65% की गिरावट से डरे निवेशक, क्या है इसके पीछे की वजह? – raymond shares crash 65 percent know reason behind this slump

Raymond Shares Crash 65%: रेमंड लिमिटेड के शेयर बुधवार 14 मई को कारोबार के दौरान 65 फीसदी तक गिर गए। एकाएक हुए इस गिरावट ने निवेशकों को परेशान कर दिया। 14 मई दोपहर 1 बजे रेमंड का शेयर 556 रुपये पर कारोबार कर रहा था, जो इसके पिछले बंद भाव 1561.30 रुपये से 64.36% कम है। हालांकि निवेशकों को इस गिरावट को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि शेयर के प्राइस में इतनी बड़ी गिरावट की वजह कोई नेगेटिव न्यूज नहीं बल्कि इसकी रियल एस्टेट शाखा, रेमंड रियल्टी के डीमर्जर के बाद का टेक्निकल एडजस्टमेंट है।

रेमंड लिमिटेड में से रेमंड रियल्टी के डीमर्जर के लिए आज रिकॉर्ड डेट है। इसी के अनुसार यह निर्धारित किया जाएगा कि कौन-कौन शेयरधारक रेमंड रियल्टी के शेयर पाने के लिए योग्य हैं। रिकॉर्ड डेट के अनुसार रेमंड लिमिटेड के मौजूदा निवेशकों को रेमंड लिमिटेड के प्रत्येक शेयर के बदले एक रेमंड रियल्टी शेयर मिलेगा।

इनवेस्टेड वैल्यू में नहीं होगा नुकसान

रेमंड लिमिटेड के शेयर की कीमत में गिरावट आई है, लेकिन डीमर्जर के बाद शेयरधारकों के पास अब दो अलग-अलग शेयरों में निवेश होगा। एक रेमंड लिमिटेड में और दूसरा जल्द ही सूचीबद्ध होने वाले रेमंड रियल्टी में। निवेशकों ने जितनी भी पूंजी निवेश किया होगा उसमें इस गिरावट का कोई असर नहीं होगा। वैसे रेमंड रियल्टी को वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही तक अलग से सूचीबद्ध किए जाने की उम्मीद है, तब तक रेमंड लिमिटेड का शेयर मूल्य केवल इसके दूसरे बिजेनसों का प्रतिनिधित्व करेगा।

आपको बता दें कि यह रेमंड ग्रुप द्वारा किया गया दूसरा बड़ा डीमर्जर है। सितंबर 2024 में इसने ग्रुप ने अपैरल और फैशन बिजनेस को इसी तरह के विभाजन के बाद रेमंड लाइफस्टाइल को एक स्वतंत्र इकाई के रूप में सूचीबद्ध किया था।

रेमंड रियल्टी के चौथी तिमाही के नतीजे रहे मजबूत

रेमंड रियल्टी का वित्त वर्ष 2025 में शानदार प्रदर्शन रहा। इसकी चौथी तिमाही में 766 करोड़ रुपये का राजस्व मिला, जो साल-दर-साल 13% की वृद्धि दर्शाता है। कंपनी ने 636 करोड़ रुपये की बुकिंग वैल्यू भी हासिल की, जो जीएस 2.0, इनविक्टस, ठाणे में पार्क एवेन्यू – हाई स्ट्रीट रिटेल और बांद्रा में जेडीए-आधारित द एड्रेस बाय जीएस जैसी प्रमुख परियोजनाओं की वजह से संभव हो पाई।

कंपनी ने 25.3% मार्जिन के साथ 194 करोड़ रुपये का शानदार EBITDA दर्ज किया और इसके पास 399 करोड़ रुपये का शुद्ध नकद अधिशेष भी है।

Read More at hindi.moneycontrol.com