सोमवार को वॉल स्ट्रीट स्टॉक फ्यूचर्स में उछाल आया, डॉलर में तेजी आई और सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई। इसकी अहम वजह रही ट्रेड और टैरिफ पर बातचीत को लेकर अमेरिका और चीन में बनी आपसी सहमति। अमेरिका और चीन एक-दूसरे के सामान पर लगाए गए भारी टैरिफ में से अधिकतर पर 90 दिन की रोक लगाने के लिए तैयार हो गए हैं। अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जेमिसन ग्रीर ने कहा कि अमेरिका ने चीनी सामान पर 145 प्रतिशत की टैरिफ रेट को घटाकर 30 प्रतिशत करने, जबकि चीन ने अमेरिकी सामान पर अपने टैरिफ घटाकर 10 प्रतिशत करने पर सहमति जताई है।
स्विट्जनलैंड के जेनेवा में वीकेंड की बातचीत के बाद दोनों पक्षों में इस बात पर सहमति बनी। इसके चलते वॉल स्ट्रीट के S&P 500 इंडेक्स को ट्रैक करने वाले फ्यूचर्स में 3% तक की तेजी आई। नैस्डैक 100 इंडेक्स को फॉलो करने वाले कॉन्ट्रैक्ट्स में 3.8% का उछाल आया, जिससे इंडेक्स ने एक महीने से अधिक वक्त के बाद अपना बेस्ट ट्रेडिंग डे देखा।
Dow Jones Industrial Average Futures 2.45% तक बढ़ा। अन्य प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर को ट्रैक करने वाला सूचकांक में 0.9% की बढ़त देखी गई। हांगकांग से लेकर फ्रैंकफर्ट तक के इक्विटी बाजारों में तेजी आई।
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क्रूड फ्यूचर्स में 3 प्रतिशत की तेजी
ब्रेंट क्रूड ऑयल फ्यूचर्स लगभग 3% बढ़कर 65.69 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। अमेरिकी वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड फ्यूचर्स 3% बढ़कर 62.90 डॉलर पर पहुंच गया। जर्मनी का DAX शेयर सूचकांक शुरुआती यूरोपीय कारोबार में 1.5% बढ़कर रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया। इटली का FTSE MIB 2007 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
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