ये 2 शेयर हैं SBI Securities के सुदीप शाह की टॉप चॉइस, निवेशकों को अगले कुछ दिन सतर्क रुख अपनाने की दी सलाह – top two stock picks by sudeep shah of sbi securities larsen and toubro titan recommends cautious stance for the next couple of days

भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे भू-राजनीतिक तनाव के बीच ऐतिहासिक पैटर्न बताता है कि इस तरह की भू-राजनीतिक घटनाओं के दौरान शुरुआती अस्थिरता आम बात है। लेकिन ज्यादातर मामलों में, स्थिति सामान्य की ओर मुड़ने पर निफ्टी 50 ने फिर से तेजी पकड़ ली है। ऐसा कहना है SBI Securities के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट और टेक्निकल एंड डेरिवेटिव रिसर्च के हेड सुदीप शाह का। शाह लार्सन एंड टुब्रो और टाइटन कंपनी के शेयर को लेकर आशावादी हैं।

ऐतिहासिक रूप से, भारत-पाकिस्तान तनाव का प्रभाव थोड़े ही वक्त के लिए रहा है क्योंकि भारत की स्थिति मजबूत है। अनिश्चितता खत्म होते ही बाजार में अक्सर अच्छी तेजी आ जाती है। आपका क्या विचार है, और क्या आप मानते हैं कि अप्रैल के लो और 50% फिबोनाची रिट्रेसमेंट स्तर (अप्रैल के लो से मई के हाई तक) के टूटने की संभावना नहीं है?

भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे भू-राजनीतिक तनाव के बावजूद, बेंचमार्क निफ्टी इंडेक्स अपने नुकसान को सीमित रखने में कामयाब रहा। सप्ताह का अंत 1% से अधिक की गिरावट के साथ हुआ। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इंडेक्स अपने मीडियम और लॉन्ग टर्म मूविंग एवरेजेस से ऊपर आराम से कारोबार करना जारी रखे हुए है। यह दर्शाता है कि ब्रॉडर ट्रेंड अभी भी बरकरार है। हालांकि, मोमेंटम इंडीकेटर्स और ऑसिलेटर्स एक और तस्वीर पेश करते हैं। अब, लाख टके का सवाल यह है कि इस अनिश्चित समय में आगे क्या होगा?

हमने भारत और पाकिस्तान के बीच पिछली 3 प्रमुख भू-राजनीतिक घटनाओं के आंकड़ों का विश्लेषण किया है- कारगिल युद्ध, उरी हमले के बाद नियंत्रण रेखा पर हमला, और पुलवामा हमले के बाद बालाकोट स्ट्राइक।

• कारगिल युद्ध के दौरान, निफ्टी ने शुरुआत में उच्च अस्थिरता का अनुभव किया, लेकिन फिर एक तेज उछाल आया और संघर्ष के दौरान लगभग 36% की वृद्धि हुई।

• बालाकोट स्ट्राइक के बाद, इंडेक्स ने अगले 90 दिनों में 10% से अधिक का मजबूत रिटर्न दिया।

• उरी हमला एक अपवाद रहा, क्योंकि उसके बाद के 90 दिनों में निफ्टी में 8% से अधिक की गिरावट आई। यह ध्यान देने वाली बात है कि इसी अवधि में नोटबंदी की घोषणा भी हुई, जिसका मार्केट सेंटिमेंट पर भारी असर पड़ा।

ऐतिहासिक पैटर्न से पता चलता है कि हालांकि इस तरह की भू-राजनीतिक घटनाओं के दौरान शुरुआती अस्थिरता आम बात है, लेकिन ज्यादातर मामलों में, हालात सामान्य की ओर बढ़ने के बाद निफ्टी ने फिर से तेजी पकड़ ली है। निफ्टी 50 का वर्तमान मेजर ट्रेंड बुलिश है, लेकिन अगले कुछ दिनों के लिए सतर्क रुख अपनाने की सलाह है।

महत्वपूर्ण स्तरों की बात करें तो 23,850-23,800 का जोन इंडेक्स के लिए क्रूशियल सपोर्ट के रूप में कार्य करेगा। यदि इंडेक्स 23,800 के स्तर से नीचे चला जाता है, तो 23,560-23,500 का 100-डे ईएमए जोन इंडेक्स के लिए अगले क्रूशियल सपोर्ट के रूप में काम करेगा। ऊपर की ओर, 24,250-24,300 का जोन क्रूशियल हर्डल के रूप में कार्य करेगा।

वर्तमान युद्ध जैसे माहौल में FIIs और DIIs अपनी पोजिशन कैसे बना रहे हैं?

पिछले कुछ कारोबारी सत्रों में FII ने नकदी बाजार में शुद्ध खरीदार का रुख अपनाया, जो नई रुचि का संकेत है। हालांकि, भारत और पाकिस्तान के बीच गुरुवार रात को तनाव बढ़ने के बाद FII शुक्रवार को सेलर बन गए और उन्होंने 3,798.71 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। डेरिवेटिव सेगमेंट में भी उनकी पोजिशनिंग में बदलाव देखा गया। इंडेक्स फ्यूचर्स में FII लॉन्ग-शॉर्ट रेशियो गुरुवार को 52% तक चढ़ गया था, जो अक्टूबर 2024 के पहले सप्ताह के बाद का उच्चतम स्तर था। लेकिन शुक्रवार तक यह रेशियो फिर से 47.71% पर आ गया, जो अधिक सतर्क रुख को दर्शाता है।

स्पष्ट रूप से, हालांकि FIIs ने खरीदारी में रुचि दिखाई है, लेकिन अचानक भू-राजनीतिक उथल-पुथल ने उन्हें सावधानी से कदम उठाने के लिए मजबूर कर दिया है।

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क्या आपको उम्मीद है कि बैंक निफ्टी अप्रैल के लो से हाल के हाई तक 50% फिबोनाची रिट्रेसमेंट स्तर को मजबूती से बचाए रखेगा? अगले सप्ताह किन प्रमुख स्तरों पर नजर रखनी होगी?

दो सप्ताह के कंसोलिडेशन के बाद बैंक निफ्टी ने कंसोलिडेशन ब्रेकडाउन देखा और सप्ताह का अंत 2.50% से अधिक के नुकसान के साथ किया। इसने फ्रंटलाइन इंडेक्सेज की तुलना में काफी कमजोर प्रदर्शन किया है।

इसके अलावा, बैंक निफ्टी 11 अप्रैल के बाद पहली बार अपने 20-डे ईएमए स्तर से नीचे फिसला। डेली आरएसआई साइडवेज जोन में है, और यह गिरावट के मोड में है। यह चार्ट स्ट्रक्चर शॉर्ट टर्म में बियरिश बायस के साथ-साथ कंसोलिडेशन की ओर भी इशारा करता है।

महत्वपूर्ण स्तरों की बात करें तो 53,400-53,300 का जोन इंडेक्स के लिए इमीडिएट सपोर्ट के रूप में कार्य करेगा। अगर इंडेक्स 53,300 के स्तर से नीचे चला जाता है, तो अगला क्रूशियल सपोर्ट 52,600 के स्तर पर होगा। ऊपर की ओर 54,100-54,200 का जोन इंडेक्स के लिए इमीडिएट हर्डल का काम करेगा।

अगले सप्ताह के लिए आपके पसंदीदा दो स्टॉक कौन से हैं?

उम्मीद से बेहतर आंकड़ों के बाद, लार्सन एंड टुब्रो के स्टॉक में डेली स्केल पर कंसोलिडेशन ब्रेकआउट देखा गया है, और यह डाउनसाइड स्लोपिंग ट्रेंडलाइन ब्रेकआउट देने के कगार पर है। ट्रेंडलाइन फरवरी 2025 से स्विंग हाई को जोड़कर फॉर्म हुई है। इसके साथ ही, स्टॉक अपने शॉर्ट और लॉन्ग टर्म मूविंग एवरेज से ऊपर उभरा है। मार्च 2025 के बाद पहली बार डेली आरएसआई 60 अंक से ऊपर गया है। इसलिए, हम 3,350 रुपये के स्टॉप-लॉस के साथ 3,450-3,430 रुपये के स्तर पर स्टॉक को एक्युमुलेट करने की सलाह देते हैं। ऊपर की ओर, यह शॉर्ट टर्म में 3,650 रुपये के स्तर को छू सकता है।

शुक्रवार को स्टॉक ने फॉलिंग चैनल से ब्रेकआउट दे दिया। इस ब्रेकआउट की पुष्टि मजबूत वॉल्यूम से होती है। इसके अलावा, इसने एक बड़ी बुलिश कैंडल बनाई है, जो ब्रेकआउट को मजबूती प्रदान करती है। इसके अलावा, इसने फ्रंटलाइन इंडेक्सेज से भी बेहतर प्रदर्शन किया है। सभी मूविंग एवरेज और मोमेंटम-बेस्ड इंडीकेटर्स स्टॉक में स्ट्रॉन्ग बुलिश मोमेंटम का संकेत देते हैं। इसलिए हम इस स्टॉक को 3,400 रुपये के स्टॉप-लॉस के साथ 3,520-3,500 रुपये के स्तर पर एक्युमुलेट करने की सलाह देते हैं। ऊपर की ओर, यह शॉर्ट टर्म में 3,750 रुपये के स्तर को छू सकता है।

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