युद्ध में अब आगे कौन-से बड़े ट्रिगर? अनिल सिंघवी ने निवेशकों को दी अपनी राय

Editor’s Take: भारत द्वारा पाकिस्तान के 9 ठिकानों पर की गई एयरस्ट्राइक के बाद बाजार की शुरुआती प्रतिक्रिया हल्की कमजोरी के रूप में सामने आ सकती है, लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि बाजार में गिरावट सीमित रह सकती है. मार्केट गुरु अनिल सिंघवी के अनुसार, फिलहाल निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि बाजार का अगला बड़ा मूव दो प्रमुख ट्रिगर्स पर निर्भर करेगा—पहला, क्या भारत आगे कोई और बड़ा सैन्य कदम उठाता है, और दूसरा, पाकिस्तान की प्रतिक्रिया कितनी आक्रामक होती है. जब तक इन दोनों पहलुओं को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं होती, तब तक बाजार में उतार-चढ़ाव सीमित रह सकता है.

कितनी हो सकती है गिरावट?

– 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक में निफ्टी 156 पॉइंट गिरा

– 2019 में बालाकोट एयर स्ट्राइक पर निफ्टी सिर्फ 44 पॉइंट गिरा

– अगर तनाव ना बढ़े तो अगले 1-2 दिनों में ही आ जाती है रिकवरी

– निफ्टी में 2850, बैंक में निफ्टी 6900 पॉइंट की एकतरफा तेजी हुई

– जितना बढ़े उसका एक तिहाई करेक्शन होना सामान्य

– निफ्टी के लिए 23800-24000 बेहद मजबूत सपोर्ट

– कमजोरी का पहला संकेत 23800 के नीचे बंद होने पर ही होगा

1999 के युद्ध में कितना दौड़ा बाजार?

– 3 मई से 26 जुलाई 1999 तक हुआ करगिल वॉर 

– 84 दिनों तक चला 

युद्ध के समय रिटर्न 

इंडेक्स            रिटर्न

सेंसेक्स                     +37%

निफ्टी Next 50             +25%

निफ्टी 500                 +34%

S&P 500                        +2%

गोल्ड फ्यूचर्स ($)          -11%

वॉर और बाजार 

– युद्ध के दौरान हुई तगड़ी तेजी 

– युद्ध की शुरुआत से ही बाजार ने तेज दौड़ लगाई 

– सेंसेक्स 3378 से 4687 तक भागा 

– सेंसेक्स में कुल 37% की तेजी हुई 

– जबकि इस दौरान अमेरिकी बाजार सिर्फ 2% बढ़े 

– युद्ध के दौरान बढ़ने वाला गोल्ड भी 11% गिरा 

किन शेयर और सेक्टर्स में हुई तगड़ी तेजी?

– ज्यादातर मजबूत क्वालिटी के लार्जकैप शेयर भागे 

– मिड-स्मॉलकैप शेयरों के साथ ऑटो और इंजीनियरिंग शेयरों ने आउटपरफॉर्म किया

– Tata Motors सबसे ज्यादा 92% उछला 

– बैंकिंग सेक्टर रहा बेहद मजबूत 

एकतरफा तेजी या बीच-बीच में झटके भी?

– युद्ध के 84 दिनों में 1-2% के उतार-चढ़ाव है मामूली बात 

– सिर्फ 20 से 28 मई 1999 के दौरान आई बड़ी गिरावट 

– 8 दिनों में सेंसेक्स 12.5% लुढ़का 

– युद्ध खत्म होने तक ना सिर्फ इस गिरावट की रिकवरी हुई 

– बल्कि सेंसेक्स में नेट-नेट 37% की तेजी रही 

युद्ध खत्म होने के बाद सेंसेक्स का रिटर्न 

1 हफ्ते बाद                            -2.4%

1 महीने बाद                          +4.43%      

3 महीने बाद                          +5.32%

युद्ध में किन सेक्टर को फायदा-नुकसान?

– डिफेंस शेयरों में रहती है अच्छी तेजी

– एविएशन शेयरों पर बनता है दबाव

– बैंक और IT शेयरों पर रहता है दबाव

भारत-UK में ‘फ्री ट्रेड एग्रीमेंट’

– 2030 तक ट्रेड $6,000 करोड़ से बढ़कर $12,000 करोड़ होगा

– भारत के 99% एक्सपोर्ट पर ब्रिटेन में कोई ड्यूटी नहीं लगेगी

– UK से 90% इंपोर्ट्स पर भी भारत टैरिफ घटाएगा

– कोटा के तहत UK में ऑटो पर टैरिफ 100% से घटकर 10%

– भारत में व्हिस्की, जिन पर ड्यूटी 150% से घटकर 75%

– अगले 10 साल में व्हिस्की, जिन पर ड्यूटी घटकर सिर्फ 40%

ब्रिटेन FTA से किसे फायदा, किसे नुकसान?

– ट्रेड वॉर के मुश्किल समय में ब्रिटेन FTA डील बेहद पॉजिटिव

– भारत को दो तरीके से होगा फायदा

1. रोजगार बढ़ाने वाले सेक्टर्स के लिए डील बेहद पॉजिटिव

2. एक्सपोर्ट्स बढ़ने की बहुत बड़ी संभावनाएं

किन सेक्टर्स को होगा फायदा?

1. टेक्सटाइल

2. जेम्स एंड ज्वलेरी

3. ऑटो कंपोनेंट्स

4. फार्मा

5. एग्री प्रोसेस फूड

किन सेक्टर्स को होगा नुकसान?

1. प्रीमियम प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनियों को होगा नुकसान

2. इंपोर्टेड गाड़ियां और लिकर होगी सस्ती

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