सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयरस्ट्राइक पर कैसा था बाजार का रिएक्शन, क्या उसी पैटर्न को आज भी दोहरा रहा मार्केट? क्या आपने नोटिस किया कि आज बाजार में सेम वही पैटर्न देखने को मिल रहा है, जो आज से पहले मोदी सरकार के कार्यकाल में हुए दो सर्जिकल स्ट्राइक और एयरस्ट्राइक में देखने को मिला था. चलिए डीटेल में इसे समझते हैं और ये भी कि आगे बाजार की चाल कैसी रहने वाली है?

भारत द्वारा पाकिस्तान पर की गई एयरस्ट्राइक का असर बुधवार को शेयर बाजार की चाल पर देखा जा रहा है. जैसे ही बाजार खुला, निवेशकों की ओर से बिकवाली देखने को मिली और सेंसेक्स व निफ्टी लाल निशान में आ गए. हालांकि दिन के बीच बाजार ने रिकवरी भी दिखाई, लेकिन दोपहर तक फिर से हल्की गिरावट में आ गया. क्या आपने नोटिस किया कि आज बाजार में सेम वही पैटर्न देखने को मिल रहा है, जो आज से पहले मोदी सरकार के कार्यकाल में हुए दो सर्जिकल स्ट्राइक और एयरस्ट्राइक में देखने को मिला था.

कैसा रहा बाजार का शुरुआती रिएक्शन?

भारतीय सेना द्वारा मंगलवार देर रात 1:05 बजे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की गई. इसका असर सीधे बाजार पर दिखा. सेंसेक्स 693 अंकों की गिरावट के साथ 79,948 पर खुला. निफ्टी 146 अंक टूटकर 24,233 पर खुला. बैंक निफ्टी भी 258 अंकों की कमजोरी के साथ 54,013 पर पहुंच गया.

हालांकि बाजार खुलने के थोड़ी देर बाद ही स्मॉल कैप और मिडकैप शेयरों में जबरदस्त रिकवरी देखने को मिली. लार्ज कैप शेयरों में भी खरीदारी आई और सेंसेक्स-निफ्टी हरे निशान में आ गए. ऑटो और बैंकिंग सेक्टर के इंडेक्स भी तेजी में लौट आए.

दिख रहा सेम पैटर्न

दोपहर करीब 12 बजे जब सरकार की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई और ऑपरेशन सिंदूर के बारे में अधिक जानकारी सामने आई, तब बाजार एक बार फिर लाल निशान में फिसल गया. दोपहर 12 बजे के करीब सेंसेक्स 79 अंक टूटकर 80,561 पर पहुंचा. वहीं निफ्टी 14 अंक गिरकर 24,364 पर कारोबार करता दिखा.

2016 और 2019 में कैसा था रिएक्शन?

यह रिएक्शन कुछ हद तक वैसा ही है जैसा 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 की बालाकोट एयरस्ट्राइक के समय देखा गया था. 2016 में निफ्टी 156 पॉइंट टूटा था. 2019 में निफ्टी पर सिर्फ 44 पॉइंट का असर पड़ा था.

अब आगे क्या? 

विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर तनाव और नहीं बढ़ता, तो बाजार 1-2 दिनों में रिकवरी कर सकता है. निफ्टी में बीते महीनों में 2850 अंकों और बैंक निफ्टी में 6900 अंकों की जबरदस्त तेजी आई है. ऐसे में एक तिहाई करेक्शन होना सामान्य माना जा रहा है. तकनीकी नजरिए से देखें तो निफ्टी के लिए 23800-24000 का स्तर मजबूत सपोर्ट है. अगर निफ्टी 23800 के नीचे बंद होता है, तभी कमजोरी का पक्का संकेत माना जाएगा.

Read More at www.zeebiz.com