Result Expectations: बाजार की नजर कल आने वाले नतीजों पर रहेगी। कल निफ्टी में कोल इंडिया के नतीजे आएंगे। कल कोल इंडिया के चौथी तिमाही के नतीजे आएंगे। कोल इंडिया का मुनाफा 10% घट सकता है। वॉल्यूम फ्लैट रह सकते है। वहीं वायदा में डाबर, वोल्टास समेत 7 कंपनियों के नतीजे आएंगे। तो आइए डालते है नजर कैसे रह सकते है नतीजे।
कल कोल इंडिया के चौथी तिमाही के नतीजे आएंगे। कोल इंडिया का मुनाफा 10% घट सकता है। वॉल्यूम फ्लैट रह सकते है। सीएनबीसी-आवाज के पोल के मुताबिक Q4 में वॉल्यूम 1% घटकर 200 MT संभव है। Q4 में कोल बिक्री मजबूत रहने का अनुमान है। हालांकि रियलाइजेशन में कमी का नतीजों पर असर दिखेगा। कम वॉल्यूम ग्रोथ, ई-ऑक्शन कीमतें घटने का नतीजों पर असर पड़ सकता है। ई-ऑक्शन कीमतें 2% बढ़कर `2545/टन रही है। Q4 में ई-ऑक्शन वॉल्यूम 22% बढ़कर 21.5mt रहा।
CNBC-TV18 के पोल के मुताबिक शहरी मांग घटने और ठंड में देरी से Q4 पर असर संभव है। सामान्य ट्रेड घटने से Q4 नतीजों पर असर पड़ सकता है। घरेलू FMCG कारोबार ग्रोथ मिड-सिंगल डिजिट में संभव है। जबकि कंसोलिडेटेड रेवेन्यू ग्रोथ फ्लैट रहने का अनुमान है। मार्जिन में 1.5-1.75% की गिरावट की आशंका है।
CNBC-TV18 के पोल के मुताबिक कंपनी का मुनाफा 3.5 फीसदी गिरकर 341.2 करोड़ रुपये से घटकर 329 करोड़ रुपये पर आ सकता है। जबकि रेवेन्यू में 0.9 फीसदी की बढ़त संभव है। डिमांड पर मैनेजमेंट कमेंट्री अहम होगी।
गर्मी के बढ़ते पारे का असर कंपनी के मुनाफे पर साफ दिखने की उम्मीद है। चौथी तिमाही में कंपनी का 104 फीसदी बढ़ने की संभावना है। जबकि कंपनी के रेवेन्यू में 14 फीसदी का उछाल संभव है। भीषण गर्मी से Unitary Cooling Products में मजबूत 21% ग्रोथ संभव है। UCP में मार्केट शेयर बढ़ने की भी उम्मीद है। तिमाही आधार पर UCP के मार्जिन 1.9% बढ़ने का अनुमान है।
सालाना आधार पर सोडा ऐश के ग्लोबल दाम 36% गिरे । सोडा ऐश के दाम गिरने से रेवेन्यू और मार्जिन पर असर संभव है। US टैरिफ के चलते ओवरसप्लाई को जोखिम बना हुआ है। वहीं 4Q में ग्लोबल केमिकल प्राइसिंग का ट्रेंड मिलजुला रह सकता है। Benzene, Acetic Acid दाम गिरे, Methanol, Ammonia के दाम चढ़े। एग्री बिजनेस का डिमांड आउटलुक, ग्लोबल एग्री कमोडिटी कीमतों पर दबाव संभव है। भारतीय किसानों की डिमांड पर नजर रहेगी।
कहां रहेगी नजर?
ज्यादा इंवेंटरी का कैश फ्लो साइकल पर असर है। स्टॉकिंग और डिमांड के ट्रेंड पर नजर रहेगी। सोडा ऐश पर प्राइसिंग आउटलुक पर नजर रहेगी। कॉस्ट स्ट्रक्चर पर असर, प्राइसिंग पावर पर भी नजर रहेगी। साथ ही चीन से सस्ते एक्सपोर्ट से कंपिटीशन का जोखिम बना हुआ है।
(डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।
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