गोल्ड लोन पोर्टफोलियो में ऐतिहासिक उछाल, रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा बैंकों का कारोबार गोल्ड लोन का ये ट्रेंड सिर्फ कारोबारी जरूरतों तक सीमित नहीं है. अब लोग व्यक्तिगत खर्चों और उपभोग (consumption) के लिए भी गोल्ड के एवज में लोन ले रहे हैं. शिक्षा, मेडिकल जरूरतें, शादी जैसे खर्चों के लिए यह एक आसान और कम ब्याज वाला विकल्प बनकर उभरा है.

देश में गोल्ड लोन की मांग में जबरदस्त तेजी देखी जा रही है. अप्रैल 2024 से फरवरी 2025 के बीच शेड्यूल्ड कमर्शियल बैंकों (SCB) का गोल्ड लोन पोर्टफोलियो 87.4% की तेज़ी के साथ ₹1.02 लाख करोड़ से बढ़कर ₹1.91 लाख करोड़ पर पहुंच गया. यह ग्रोथ न सिर्फ मौजूदा आर्थिक ट्रेंड को दर्शाती है, बल्कि यह संकेत भी देती है कि कैसे सोने की कीमतों में उछाल और व्यक्तिगत जरूरतें लोन लेने को प्रेरित कर रही हैं. पूरे वित्त वर्ष 2024-25 के लिए गोल्ड लोन पोर्टफोलियो में 104% की ग्रोथ का अनुमान जताया गया है.

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया बना हीरो

इस बूम में सबसे बड़ा योगदान स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) का रहा है, जिसने अकेले FY25 में ₹50,011 करोड़ का गोल्ड लोन पोर्टफोलियो दर्ज किया है. बैंकों को इस बढ़त का लाभ सोने की लगातार चढ़ती कीमतों से भी मिला है, क्योंकि गिरवी रखे गए गहनों की वैल्यू बढ़ने से लोन अमाउंट भी बढ़ गया है.

गोल्ड लोन का ये ट्रेंड सिर्फ कारोबारी जरूरतों तक सीमित नहीं है. अब लोग व्यक्तिगत खर्चों और उपभोग (consumption) के लिए भी गोल्ड के एवज में लोन ले रहे हैं. शिक्षा, मेडिकल जरूरतें, शादी जैसे खर्चों के लिए यह एक आसान और कम ब्याज वाला विकल्प बनकर उभरा है.

अगर पिछले पांच सालों का डेटा देखा जाए, तो यह स्पष्ट होता है कि गोल्ड लोन सेगमेंट में जबरदस्त वृद्धि हुई है. 2021 में जहां यह ₹60,724 करोड़ था, वहीं 2025 (फरवरी तक) यह ₹1.91 लाख करोड़ तक पहुंच चुका है—यानि पांच साल में दोगुने से भी ज्यादा की ग्रोथ.

दिलचस्प है ये बात

दिलचस्प बात यह है कि यह तेज़ी उस समय देखने को मिल रही है जब RBI ने गोल्ड लोन को लेकर सख्त नियम लागू किए हैं. रिज़र्व बैंक ने निर्देश दिया है कि गोल्ड लोन का नवीनीकरण तब तक नहीं किया जा सकता जब तक ग्राहक पिछला लोन पूरी तरह चुका कर गहने वापस नहीं लेते. साथ ही, बैंक किसी पुराने लोन को नए फ्रेश लोन की तरह नहीं दिखा सकते.

इस बढ़ती मांग से साफ है कि गोल्ड लोन अब न केवल बैंकिंग सेक्टर के लिए एक मजबूत ग्रोथ ड्राइवर बन चुका है, बल्कि आम जनता के लिए एक भरोसेमंद वित्तीय समाधान भी. आने वाले महीनों में यह सेगमेंट और अधिक विस्तार कर सकता है.

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