Stock Market Outlook: इस हफ्ते शेयर बाजार में तेजी रहेगी या गिरावट, ये 10 फैक्टर करेंगे तय – stock market outlook this week 10 factors influencing nifty sensex may 5 2025

Stock Market Outlook: भारतीय शेयर बाजार 2 मई को खत्म सप्ताह में बढ़त के साथ बंद हुआ। यह लगातार तीसरा हफ्ता रहा, जब सेंसेक्स और निफ्टी हरे निशान में रहे। हालांकि, कारोबार सीमित दायरे में और उतार-चढ़ाव से भरा रहा। भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर बढ़ती उम्मीदें, FY26 में कॉर्पोरेट नतीजों में संभावित सुधार, कमजोर अमेरिकी डॉलर और FII की निरंतर लिवाली ने मार्केट सेंटिमेंट को सपोर्ट किया। हालांकि, भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और मिश्रित तिमाही नतीजों ने बाजार की तेजी को सीमित कर दिया।

एक्सपर्ट के मुताबिक, आगामी सप्ताह में बाजार सीमित दायरे में कारोबार करने के साथ पहले के हाई लेवल को पार करने की कोशिश कर सकता है। निवेशकों की नजर तिमाही नतीजों, अमेरिका और ब्रिटेन के केंद्रीय बैंकों की ब्याज दरों पर फैसले और आर्थिक आंकड़ों (जैसे सर्विसेज पीएमआई) पर होगी। साथ ही, पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर लगाए जा रहे भारतीय प्रतिबंधों पर भी नजर रहेगी। अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव में कोई कमी बाजार में तेजी ला सकती है।

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के रिसर्च हेड विनोद नायर का कहना है कि निकट भविष्य में कुछ सतर्कता बनी रह सकती है, लेकिन किसी बड़ी गिरावट की आशंका नहीं है। आइए जानते हैं उन 10 प्रमुख कारणों के बारे में, जो 5 मई से शुरू हो रहे सप्ताह में बाजार की दशा और दिशा को तय करेंगे।

मार्च तिमाही के नतीजे

बाजार भागीदारों की नजर मार्च 2025 तिमाही के नतीजों पर बनी रहेगी, ताकि अगली तिमाही और वित्त वर्ष 2025-26 की अर्निंग ग्रोथ का अंदाजा मिल सके। अभी तक के तिमाही रिजल्ट काफी हद तक मिले-जुले रहे। अगले सप्ताह लगभग 285 कंपनियां अपने तिमाही नतीजे जारी करेंगी।

इनमें Coal India, Larsen & Toubro, Mahindra & Mahindra, Titan Company, Asian Paints, One 97 Communications (Paytm), Swiggy, और Dr Reddy’s Laboratories जैसी प्रमुख कंपनियां शामिल हैं।

फेडरल रिजर्व की बैठक (FOMC)

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की दूसरे देशों के साथ व्यापारिक समझौतों के अलावा निवेशकों की नजर अमेरिका की फेडरल रिजर्व द्वारा 7 मई को लिए जाने वाले ब्याज दर फैसले पर रहेगी। आर्थिक जानकारों को अगली दो मीटिंग में ब्याज दरों में कटौती की संभावना नहीं दिख रही है। हालांकि,फेड चेयर Jerome Powell के मुद्रास्फीति और आर्थिक वृद्धि पर संकेतों पर खास नतज रहेगी।

बैंक ऑफ इंग्लैंड की बैठक (BoE)

बैंक ऑफ इंग्लैंड भी आगामी सप्ताह 8 मई को अपनी मौद्रिक नीति बैठक करेगा। अर्थशास्त्रियों का मानना है कि बैंक 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती करते हुए ब्याज दर को 4.25 प्रतिशत कर सकता है और आने वाली दो बैठकों में भी यही रुख अपनाएगा। इसकी वजह ट्रंप सरकार के नए ग्लोबल टैरिफ हैं, जिनसे दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं के मंद पड़ने की आशंका जताई जा रही है।

ग्लोबल इकोनॉमिक डेटा

अगले सप्ताह निवेशकों की नजर कई महत्वपूर्ण वैश्विक आर्थिक संकेतकों पर टिकी रहेगी। इसमें कई देशों के सेवाओं से जुड़े PMI आंकड़े, अमेरिका के साप्ताहिक बेरोजगारी दावे, यूरोपीय क्षेत्र के मासिक उत्पादक मूल्य सूचकांक (PPI) और खुदरा बिक्री के आंकड़े, बैंक ऑफ जापान की मौद्रिक नीति बैठक की कार्यवाही, और चीन की मुद्रास्फीति व PPI डेटा शामिल हैं। ये आंकड़े वैश्विक आर्थिक धारणा को प्रभावित कर सकते हैं।

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डोमेस्टिक इकोनॉमिक डेटा

भारत में भी कई महत्वपूर्ण घरेलू संकेतकों पर बाजार की नजर रहेगी। मार्च महीने का राजकोषीय घाटा 5 मई को जारी किया जाएगा, जबकि HSBC सर्विसेज PMI के अप्रैल आंकड़े 6 मई को सामने आएंगे। इसके अलावा, 25 अप्रैल को समाप्त पखवाड़े के लिए बैंक क्रेडिट और डिपॉजिट ग्रोथ, और 2 मई को समाप्त सप्ताह के लिए विदेशी मुद्रा भंडार का आंकड़ा 9 मई को जारी किया जाएगा।

विदेशी निवेशकों की भागीदारी

विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की ओर से भारत में निवेश प्रवाह भी बाजार की दिशा तय करेगा। FIIs ने लगातार तीसरे सप्ताह कैश सेगमेंट में खरीदी की है, जिससे अप्रैल में वे शुद्ध खरीदार (₹2,735 करोड़) बन गए। रुपया पिछले सप्ताह 1.03% मजबूत होकर डॉलर के मुकाबले ₹84.4790 पर बंद हुआ। यह अब तक ऑल-टाइम लो से करीब 3.97% सुधर चुका है।

IPO मार्केट का हाल

प्राइमरी मार्केट में इस हफ्ते भी हलचल रहेगी। स्मॉल एंड मिड-साइज एंटरप्राइज (SME) सेगमेंट के दो पब्लिक इश्यू- Manoj Jewellers और Srigee DLM—5 मई को खुलेंगे। वहीं, Kenrik Industries और Wagons Learning के आईपीओ 6 मई को बंद होंगे। Iware Supplychain Services, Arunaya Organics, Kenrik Industries और Wagons Learning के शेयर अगले सप्ताह शेयर बाजार में सूचीबद्ध होंगे।

मेनबोर्ड सेगमेंट इस सप्ताह शांत रहेगा क्योंकि कोई नया इश्यू लॉन्च नहीं हो रहा है। Ather Energy 6 मई को BSE और NSE पर लिस्ट होगा, जिसका आईपीओ पिछले हफ्ते आया था।

Nifty 50 पर टेक्निकल नजरिया

Nifty 50 में टेक्निकल नजरिए से अभी और कंसोलिडेशन (consolidation) की संभावना है। इसमें ऊपर की ओर 24,550 का स्तर रेजिस्टेंस बन सकता है। इसे पार करने पर इंडेक्स 24,850–24,900 (दिसंबर 2024 का स्विंग हाई) तक जा सकता है। नीचे की ओर 24,000 का स्तर महत्वपूर्ण सपोर्ट है। इससे नीचे गिरने पर इंडेक्स 23,850 तक जा सकता है।

कुल मिलाकर रुझान सकारात्मक बना हुआ है क्योंकि इंडेक्स सभी प्रमुख टाइमफ्रेम पर अपने सभी प्रमुख मूविंग एवरेज से ऊपर ट्रेड कर रहा है। साथ ही, RSI (57.93) और MACD इंडिकेटर भी पॉजिटिव दिशा में हैं।

F&O संकेत और इंडिया VIX

साप्ताहिक डेरिवेटिव डेटा के अनुसार, निफ्टी की संभावित रेंज 23,500 से 25,000 के बीच रह सकती है। वहीं, तत्काल रेंज 24,000 से 24,500 के बीच रहेगी। अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट 25,000 के स्ट्राइक पर देखा गया, इसके बाद 24,500 और 24,800 के स्ट्राइक पर है। वहीं, सबसे अधिक कॉल राइटिंग भी 25,000 स्ट्राइक पर दर्ज की गई। पुट साइड में, 24,000 स्ट्राइक पर सबसे अधिक ओपन इंटरेस्ट है, इसके बाद 23,500 और 24,300 स्ट्राइक पर।

वहीं India VIX पिछले दो सप्ताह से बढ़ रहा है, जिससे बुल्स (खरीदार) सतर्क हो गए हैं। यह पिछले सप्ताह 6.41% चढ़कर 18.26 पर पहुंच गया। जब तक यह 15 के नीचे नहीं आता और वहां टिकता नहीं, तब तक बाजार में सतर्कता बनी रहेगी।

कॉरपोरेट एक्शन

अगले हफ्ते कई कंपनियों के स्टॉक्स डिविडेंड और बोनस इश्यू जैसे कॉर्पोरेट एक्शन के लिए एक्स-डेट पर ट्रेड कर रहे हैं। (पूरी डिटेल के लिए चेक करें चार्ट)

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