व्यापार को हथियार के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। यह बात दिग्गज निवेशक वॉरेन बफे (Warren Buffett) ने अपनी कंपनी बर्कशायर हैथवे की सालाना शेयरहोल्डर मीटिंग में कही। उन्होंने टैरिफ और ट्रेड प्रोटेक्शनिज्म के विचार की आलोचना की है। बफे से पूछा गया पहला सवाल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ट्रेड वॉर को लेकर था। सीएनबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बफे ने कहा, “संयुक्त राज्य अमेरिका में, हमें बाकी दुनिया के साथ व्यापार करने पर ध्यान देना चाहिए। हमें वह करना चाहिए जो हम सबसे अच्छा करते हैं, और उन्हें वह करना चाहिए जो वे सबसे अच्छा करते हैं।” हालांकि इस चर्चा के दौरान ट्रंप का सीधे तौर पर जिक्र नहीं किया गया।
एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, सवाल का जवाब देते हुए बफे ने कहा कि व्यापार का संतुलन दुनिया के लिए अच्छा है। व्यापार जितना अधिक संतुलित होगा, उतना ही बेहतर होगा। व्यापार को हथियार नहीं बनाया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि हम एक समृद्ध दुनिया चाहते हैं।
आक्रामक व्यापारिक कदमों से क्या नुकसान
बफे ने आक्रामक व्यापारिक कदमों के माध्यम से वैश्विक साझेदारों को अलग-थलग करने के प्रति आगाह किया है। उनका मानना है कि ऐसे कदमों से बाजार में व्यवधान उत्पन्न होता है और लॉन्ग टर्म रिलेशनशिप्स को नुकसान पहुंचता है। बफे ने कहा कि अमेरिका एक कृषि उद्योग से एक औद्योगिक देश बन गया है।
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बर्कशायर हैथवे की सालाना शेयरहोल्डर मीटिंग में लगभग 40000 लोग शामिल हुए। इस दौरान बफे ने अमेरिका की फिस्कल पॉलिसी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “मैंने सालाना रिपोर्ट में बहुत संक्षेप में उल्लेख किया है, फिस्कल पॉलिसी वह है जो मुझे संयुक्त राज्य अमेरिका में डराती है, क्योंकि इसे इस तरह से बनाया गया है।”
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