गुरु जब अतिचारी होंगे तो इस अवधि में कई बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं. गुरु की चाल में तेजी होने से दुनियाभर में कई युद्ध हो सकते हैं. कई देशों के बीच युद्ध होने की आशंका मानी जा रही है.
इसके साथ ही एक बार फिर आर्थिक मंदी की ओर बढ़ सकते हैं. जैसा 1929 में हुआ था. जब अमेरिकी शेयर बाजार में एक बड़ी गिरावट आई. पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉक्टर अनीष व्यास की मानें तो साल 2025 में गुरु के अतिचारी होने से दुनियाभर में बड़े परिवर्तन संभव हैं. इनका कहना है कि अतिचारी गुरु का आर्थिक मंदी, युद्ध, राजनीति और 12 राशियों पर गहरा असर पड़ सकता है.
राजनीतिक असर
भविष्यफल भास्कर के अनुसार जब गुरु अतिचारी गति में हों तथा ठीक उसी समय शनि वक्री हों तो राजाओं का पतन होता है यानी कुछ सत्ताधारी लोगों की सत्ता डगमगा सकती है.
गुरु के मिथुन राशि में अतिचारी होने के समय इस वर्ष शनि भी मीन राशि में गोचर करते हुए वक्री होंगे. आजाद भारत की कुंडली (15 अगस्त 1947, मध्य रात्रि, दिल्ली) की है जिसमें मिथुन राशि में सर्वाष्टकवर्गः में केवल 21 बिंदु हैं तथा मिथुन में गुरु के भिन्नाष्टक वर्ग में केवल 3 बिंदु मिल रहे हैं जिस कारण से इस वर्ष केंद्र सरकार में बड़े बदलाव हो सकते हैं. इसके साथ ही मिथुन राशि से प्रभावित पश्चिम बंगाल में अगले वर्ष चुनाव के बाद सत्ता परिवर्तन भी हो सकता है.
होंगे ये बदलाव
कुण्डली विश्ल़ेषक डॉक्टर अनीष व्यास ने बताया कि धनु राशि से प्रभावित उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी अपने नेतृत्व और मंत्रिमंडल में बदलाव कर सकती है ऐसी संभावना बनती दिख रही है.
सितंबर 2025 से लेकर सितंबर 2032 तक आजाद भारत की कुंडली में सप्तमेश और द्वादशेश मंगल की अशुभ दशा चलेगी और इस दौरान गुरु गोचर में हर वर्ष कुछ महीनों के लिए अतिचारी होंगे.
मंगल की दशा और गुरु के अतिचारी होने के प्रभाव से विवाह में तलाक की दर में तेज़ी से बढ़ोतरी हो सकती है. जन्म दर कम होगी, तकनीकी शिक्षा विशेषकर इंजीनियरिंग में युवाओं का रुझान बढ़ेगा, मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में विदेशी निवेश बढ़ेगा, कानून की पढ़ई और करियर में आशातीत उन्नति होगी.
समाज में धार्मिक विवाद को लेकर तनाव हो सकता है. मानसिक रोग और प्रेम संबंधों में तनाव बढ़ेगा जिससे युवाओं की शादी को लेकर रुचि कम हो सकती है.
देश-दुनिया पर क्या होगा असर
व्यापार में तेजी आएगी. देश में कई जगह ज्यादा बारिश होगी. प्राकृतिक घटनाएं होगी. भूकंप आने की संभावना है. तूफान, बाढ़, भूस्खलन, पहाड़ टूटने, सड़के और पुल भी टूटने की घटनाएं हो सकती हैं.
बस और रेलवे यातायात से जुड़ी बड़ी दुर्घटना होने की भी आशंका है. बीमारियों का संक्रमण बढ़ सकता है. शासन-प्रशासन और राजनैतिक दलों में तेज संघर्ष होंगे. सामुद्रिक तूफान और जहाज-यान दुर्घटनाएं भी हो सकती हैं. खदानों में दुर्घटना और भूकंपन से जन-धन हानि होने की आशंका बन रही है.
रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. आय में इजाफा होगा. राजनीति में बड़े स्तर पर परिवर्तन देखने को मिलेगा. देश में आंदोलन, हिंसा, धरना प्रदर्शन हड़ताल, बैंक घोटाला, वायुयान दुर्घटना, विमान में खराबी, उपद्रव और आगजनी की स्थितियां बन सकती है.
12 राशियों पर प्रभाव
गुरु के अतिचारी होने से 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से प्रभाव अवश्य देखने को मिल सकता है. मेष राशि सिंह तुला धनु मकर कुंभ और मीन राशि के जातकों को काफी लाभ मिल सकता है.
इस राशि के जातकों का अध्यात्म की ओर अधिक झुकाव हो सकता है. सुख.सुविधाओं में तेजी से वृद्धि हो सकती है. आपको यात्रा के कई अवसर मिल सकते हैं. आत्मविश्वास में तेजी से वृद्धि हो सकती है. इसके साथ ही नौकरी-बिजनेस में भी काफी लाभ मिल सकता है. आर्थिक स्थिति अच्छी रहने वाली है.
क्या करें उपाय
हं हनुमते नमः, ऊॅ नमः शिवाय, हं पवननंदनाय स्वाहा का जाप करें. प्रतिदिन सुबह और शाम हनुमान जी के समक्ष सरसों के तेल का दीपक जलाएं. लाल मसूर की दाल शाम 7:00 बजे के बाद हनुमान मंदिर में चढ़ाएं.
हनुमान जी को पान का भोग और दो बूंदी के लड्डू का भोग लगाएं. ईश्वर की आराधना संपूर्ण दोषों को नष्ट एवं दूर करती है. महामृत्युंजय मंत्र और दुर्गा सप्तशती पाठ करना चाहिए. माता दुर्गा, भगवान शिव और हनुमानजी की आराधना करनी चाहिए.
Read More at www.abplive.com