Stocks to Watch: वित्त वर्ष 2024-25 की मार्च तिमाही के लिए कंपनियां जोरशोर से तिमाही नतीजे जारी कर रही हैं। किसी ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया, तो किसी को प्रॉफिट गिरने का झटका लगा। कुछ कंपनियां टॉप मैनेजमेंट के इस्तीफे और FPO लाने की संभावना की वजह से भी चर्चा में हैं। आइए उन 12 प्रमुख कंपनियों के बारे में जानते हैं, जो बुधवार (30 अप्रैल) को निवेशकों के रडार पर रहेंगी।
बजाज फाइनेंस का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट मार्च तिमाही में ₹4,545.6 करोड़ रहा। यह CNBC-TV18 के ₹4,578 करोड़ के अनुमान से थोड़ा कम है। नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) भी उम्मीद से कम ₹9,807.1 करोड़ रही। हालांकि, सालाना आधार पर मुनाफे में 19% और NII में 22.4% की बढ़त दर्ज की गई।
बजाज फिनसर्व का Q4 प्रॉफिट 14% बढ़कर ₹2,417 करोड़ रहा। वहीं, कंसोलिडेटेड इनकम ₹35,596 करोड़ रही। कंपनी ने ₹1 प्रति शेयर डिविडेंड की सिफारिश भी की है।
सुपरमार्केट चेन ने 88% की जबरदस्त बढ़त के साथ ₹115.1 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है। रेवेन्यू भी 23.2% बढ़कर ₹2,547.9 करोड़ पहुंच गया। EBITDA में 42.6% की छलांग दिखाई दी।
सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनी BPCL ने उम्मीद से बेहतर नतीजे दिए हैं। कंपनी का नेट प्रॉफिट ₹3,214 करोड़ रहा, जबकि पोल अनुमान ₹2,700 करोड़ का था। EBITDA ₹7,765 करोड़ और ऑपरेटिंग मार्जिन 7% रहा, जो अनुमानित 4.6% से बेहतर है। इस सरकारी कंपनी ने ₹5 के फाइनल डिविडेंड का भी ऐलान किया है।
इंडियामार्ट का तिमाही प्रॉफिट 49.3% QoQ बढ़कर ₹180.6 करोड़ पहुंचा। इसका कारण अन्य आय में तेज उछाल रहा (₹109 करोड़ बनाम पिछली तिमाही ₹44.9 करोड़)। रेवेन्यू लगभग स्थिर रहा। कंपनी ₹50 प्रति शेयर का डिविडेंड भी देगी।
सीएट टायर्स का मुनाफा 8.4% घटकर ₹99.5 करोड़ रहा, जो कमजोर मार्जिन के कारण हुआ। हालांकि रेवेन्यू 14.3% बढ़कर ₹3,420.6 करोड़ रहा। CEAT Tyres ने भी ₹30 के डिविडेंड का ऐलान किया है।
इंडसइंड बैंक के एमडी और सीईओ सुमंत कठपालिया ने डेरिवेटिव पोर्टफोलियो विवाद की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा 29 अप्रैल की शाम से प्रभावी होगा। इससे 1 दिन पहले बैंक के डिप्टी सीएम अरुण खुराना ने इस्तीफा दिया था।
जर्मन ऑटो पार्ट्स मेकर की भारतीय इकाई ने ₹251.6 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया, जो 14.5% YoY बढ़त है। रेवेन्यू 16.1% बढ़कर ₹2,174.4 करोड़ रहा।
पुणे स्थित यह बायो-एनर्जी कंपनी तगड़ी गिरावट वाले रिजल्ट के साथ सामने आई है। Q4FY25 में इसका नेट प्रॉफिट 56.7% घटकर ₹39.8 करोड़ रहा। रेवेन्यू भी 15.6% गिरा। हालांकि, कंपनी ₹6 का फाइनल डिविडेंड देगी।
10. Jana Small Finance Bank
बैंक का नेट प्रॉफिट 61.6% गिरकर ₹123.4 करोड़ रहा, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह ₹321.6 करोड़ था। NII मामूली 0.9% बढ़कर ₹597 करोड़ हुआ।
म्यूचुअल फंड हाउस का प्रॉफिट 17.9% गिरकर ₹124 करोड़ रहा। बाजार की कमजोर भावनाओं और फंड फ्लो में गिरावट इसका कारण रही।
भारतीय स्टेट बैंक का बोर्ड इस शनिवार इक्विटी रेजिंग की संभावनाओं पर विचार करेगा। इसमें FPO, राइट्स इश्यू, QIP जैसे विकल्प शामिल हैं।
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