
सूत्रों के मुताबिक, ‘गृह मंत्रालय की सिफारिश पर भारत सरकार ने यह फैसला लिया है. जानकारी के लिए बता दें कि इन चैनलों पर भारत, उसकी सेना और सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ भड़काऊ, सांप्रदायिक तनाव फैलाने वाले कंटेंट और झूठी जानकारी प्रसारित करने का आरोप लगाया गया है. इसी को देखते हुए यह कदम भारत सरकार द्वारा लिया गया है.

बता दें कि इस कदम के चलते अब भारतीय दर्शकों के लिए शोएब अख्तर, आरजू काजमी और सैयद मुजम्मिल शाह जैसे लोकप्रिय पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों की पहुंच बंद कर दी गई है. प्रतिबंधित प्लेटफॉर्म्स में पाकिस्तान के प्रमुख समाचार चैनल डॉन, समा टीवी, एआरवाई न्यूज, बोल न्यूज, रफ्तार, जियो न्यूज और सुनो न्यूज के यूट्यूब चैनल शामिल हैं. इसके अलावा पत्रकार इरशाद भट्टी, असमा शिराज़ी, उमर चीमा और मुनीब फारूक के यूट्यूब चैनलों पर भी बैन लगा दिया गया है. इनके अलावा द पाकिस्तान रेफरेंस, समा स्पोर्ट्स, उजैर क्रिकेट और राजी नामा जैसे यूट्यूब हैंडल्स पर भी रोक लगा दी गई है.

गौरतलब है कि इससे पहले भी भारत सरकार ने जनवरी में 30 से अधिक पाकिस्तानी चैनलों को ब्लॉक किया था. इससे साफ हो रहा है कि भारत सरकार देश विरोधी या भ्रामक सामग्री फैलाने वालों के प्रति काफी सख्त है.

इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक में भारत ने सिंधु जल समझौते को फिलहाल रोकने का भी निर्णय लिया है. विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि भारत ने यह फैसला पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव को देखते हुए लिया है.

सरकार ने इसके साथ ही सार्क के तहत पाकिस्तानी नागरिकों को दी गई वीजा छूट को भी रद्द कर दिया है. इसके अतिरिक्त, भारत में स्थित पाकिस्तानी दूतावास को बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और पाकिस्तानी राजनयिकों को भी भारत छोड़ने के आदेश दिए जा चुके हैं.

आपको बता दें कि यह सभी फैसले पहलगाम आतंकी हमले के बाद लिए गए हैं. साथ ही भारत अब पूरी तरह से पाकिस्तान से कोई भी रिश्ता रखने को तैयार नहीं दिख रहा है.
Published at : 28 Apr 2025 12:03 PM (IST)
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