विदेशी संस्थागत निवेशकों (Foreign institutional investors (FIIs) ने शुक्रवार, 25 अप्रैल को लगातार आठवें सत्र के लिए अपनी खरीदारी का सिलसिला जारी रखा। कारोबारी सत्र के दौरान उन्होंने 2,952 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। 24 अप्रैल को शुद्ध बिकवाली करने के बाद घरेलू संस्थागत निवेशकों (Domestic institutional investors (DIIs) ने भी 3,540 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। 25 अप्रैल के कारोबारी सत्र के दौरान, DIIs ने 16,171 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे और 12,631 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। जबकि FIIs ने 15,524 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे और 12,572 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
इस साल अब तक, FIIs ने 1.42 लाख करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली की हैं। जबकि DIIs ने 2 लाख करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं।
बाजार के बंद होने पर, सेंसेक्स 588.90 अंक या 0.74 प्रतिशत की गिरावट के साथ 79,212.53 पर बंद हुआ। निफ्टी 207.35 अंक या 0.86 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,039.35 पर बंद हुआ।
इंडेक्सेस और शेयरों ने का कैसा रहा परफॉर्मेंस
आईटी को छोड़कर, सभी अन्य इंडेक्सेस लाल निशान पर बंद हुए। इसमें मीडिया, मेटल, पीएसयू, टेलीकॉम, पावर, ऑयल एंड गैस, रियल्टी में सबसे अधिक गिरावट देखी गई।
एक्सिस बैंक, अदाणी एंटरप्राइजेज, श्रीराम फाइनेंस, अदाणी पोर्ट्स, ट्रेंट निफ्टी पर सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयरों में शामिल रहे, जबकि एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, इंफोसिस, टीसीएस, टेक महिंद्रा, इंडसइंड बैंक में बढ़त दर्ज की गई।
बाजार पर एक्सपर्ट की राय
बाजारों के बारे में, कोटक सिक्योरिटीज के श्रीकांत चौहान ने कहा कि अमेरिकी टैरिफ में कमी की उम्मीदों के कारण वैश्विक इक्विटी में राहत रैली जारी रही। जबकि अमेरिकी सरकार की ओर से संदेश मिले-जुले देखने को मिले। उन्होंने कहा, “भारतीय बाजारों में तेज उतार-चढ़ाव देखा गया। पिछले कुछ हफ्तों में बड़े अंडरपरफॉर्मेंस के बाद आईटी सेक्टर ने शानदार प्रदर्शन किया।”
उन्होंने आगे कहा कि बाजार का सेंटीमेंट आशावादी बना हुआ है क्योंकि निवेशकों ने आशावादी मैनेजमेंट गाइडेंस पर अधिक फोकिस किया है। उन्होंने कहा कि Q4FY25 के नतीजे सुस्त उम्मीदों से थोड़ी आगे रहे। बैंकों, बीमा और चुनिंदा आईटी कंपनियों ने उम्मीद से अच्छा प्रदर्शन किया। चौहान ने कहा कि आगे चलकर एफपीआई फ्लो में उतार-चढ़ाव दिखने की उम्मीद है।
(डिस्क्लेमरः Moneycontrol.com पर दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह निवेश विशेषज्ञों के अपने निजी विचार और राय होते हैं। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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